जातिगत जनगणना पर भाजपा का ”ओबीसी विरोधी डीएनए” बेनकाब हो गया है : सुरजेवाला

इंदौर. केंद्र और मध्यप्रदेश में सत्तारूढ. भाजपा को जातिगत जनगणना के मुद्दे पर घेरते हुए कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को कहा कि इस मुद्दे को लेकर भाजपा का कथित अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) विरोधी डीएनए बेनकाब हो गया है. सुरजेवाला ने इंदौर प्रेस क्लब में मीडिया से संवाद के दौरान कहा,”भाजपा द्वारा जातिगत जनगणना का विरोध खासकर ओबीसी और गरीबों के साथ घोर अन्याय है. इस विरोध के साथ ही भाजपा का ओबीसी विरोधी डीएनए भी बेनकाब हो गया है.” उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि जातिगत जनगणना समतामूलक समाज के सृजन का आधारस्तंभ है और वंचित तबकों को उनकी आबादी के मान से संसाधनों में हिस्सेदारी और न्याय मिलना चाहिए.

कांग्रेस महासचिव ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जातिगत जनगणना पर तुरंत अपना रुख स्पष्ट करें. सुरजेवाला, कांग्रेस संगठन में मध्यप्रदेश के प्रभारी हैं जहां इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. उन्होंने चौहान पर हमला बोलते हुए कहा कि खुद ओबीसी से ताल्लुक रखने वाले मुख्यमंत्री इतने ”डरपोक” हैं कि वह जातिगत जनगणना का नाम तक लेने से घबराते हैं.

सुरजेवाला ने कहा,”अगर चौहान ओबीसी के पक्षधर हैं, तो आज ही बयान दें कि वह जातिगत जनगणना के समर्थन में हैं. अगर मोदी जातिगत जनगणना का विरोध करते हैं, तो चौहान को भाजपा से इस्तीफा दे देना चाहिए.” उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मध्यप्रदेश की सत्ता में आने पर मंत्रिमंडल की पहली बैठक का सर्वप्रथम निर्णय सीमित समयावधि में जातिगत जनगणना कराना होगा.

सुरजेवाला ने भाजपा द्वारा केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को राज्य के विधानसभा चुनावों के उम्मीदवार बनाए जाने पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा का यह कदम उसके नेताओं के बीच चल रही कथित सिर-फुटव्वल का नतीजा है.

कांग्रेस महासचिव ने कहा,”क्या मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव निपटने तक केंद्र सरकार के ये तीनों विभाग खाली रहेंगे? भाजपा को अपने प्रदेश नेतृत्व पर भरोसा नहीं है. इसलिए वह दिल्ली से केंद्रीय मंत्रियों को मध्यप्रदेश भेजकर उन्हें चुनाव लड़ा रही है.” विधानसभा चुनावों में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 सीट से उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर सुरजेवाला ने दावा किया कि विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल से खारिज होकर आए हैं और अब इंदौर की जनता उन्हें चुनावों में खारिज कर देगी.

विधानसभा चुनावों के उम्मीदवार घोषित करने के मामले में भाजपा से कांग्रेस के पिछड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा,”हम पहले ही बता चुके हैं कि कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची राज्य के अलग-अलग अंचलों में निकाली जा रही पार्टी की जन आक्रोश यात्रा संपन्न होने के बाद घोषित की जाएगी.”

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