सार्वजनिक उपक्रमों को बेच रहा है केंद्र, लोगों को आरक्षण से वंचित करना है उद्देश्य: भूपेश बघेल
मुंबई. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार “आरक्षण विरोधी” है और रेलवे तथा एअर इंडिया जैसे सार्वजनिक उपक्रमों को बेच रही है ताकि इच्छित लाभार्थी आरक्षण से वंचित रहें.
बघेल ने यह टिप्पणी महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के शेगांव में आयोजित अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की एक बैठक के दौरान की. एक बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र की मंत्री यशोमति ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, अखिल भारतीय कांग्रेट कमेटी (एआईसीसी) सचिव आशीष दुआ और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने बैठक में भाग लिया.
बयान में बघेल के हवाले से कहा गया, ‘‘हम ओबीसी को आरक्षण देने के लिए लड़ रहे हैं लेकिन केंद्र की भाजपा की सरकार आरक्षण विरोधी है.’’ उन्होंने कहा कि आरक्षण से सरकारी नौकरियों में फायदा होता है, लेकिन केंद्र अपने स्वामित्व वाली कंपनियों को ‘बेच’ रहा है.
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार रेलवे, हवाई अड्डों और एअर इंडिया जैसे उपक्रम बेच रही है. जब सार्वजनिक उपक्रम नहीं होंगे तो आरक्षण का लाभ कैसे मिलेगा? भाजपा सरकार इन उपक्रमों को बेच रही है ताकि (संबंधित समुदायों को) आरक्षण का लाभ न मिले.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों को आरक्षण का लाभ लेने से दूर रखने के लिए ‘बड़ी साजिश’ रची गई है. बघेल ने आरक्षण के लिए लड़ने और सरकारी कंपनियों की “बिक्री” के खिलाफ भी आवाज उठाई.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी का समर्थन किया है. पटोले ने केंद्र सरकार पर ओबीसी की विभिन्न मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया. कर्मचारियों, किसानों और आम लोगों पर प्रतिकूल असर डालने वाली सरकार की कथित गलत नीतियों के विरोध में श्रमिक संगठनों की दो दिन की देशव्यापी हड़ताल के पहले दिन सोमवार को बैंंिकग कामकाज, परिवहन और खनन एवं उत्पादन पर असर देखा गया.