भारतीय ईवी कंपनियों की वैश्विक हिस्सेदारी पाने की संभावना कम

नयी दिल्ली. दुनिया का तीसरा बड़ा वाहन बाजार होने से भारत इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों के लिए एक अहम गंतव्य है लेकिन घरेलू वृद्धि धीमी रहने से किसी भी भारतीय ईवी कंपनी के वैश्विक आधार बनाने की संभावना कम दिख रही है. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया है. रिपोर्ट के मुताबिक निकट भविष्य में किसी भी भारतीय कंपनी की इलेक्ट्रिक वाहनों के वैश्विक बाजार में उल्लेखनीय हिस्सेदारी होने की संभावना नहीं दिख रही है.

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