महाकुंभ में अव्यवस्था, ‘आप’ ने कुप्रबंधन को जिम्मेदार बताया, VIP संस्कृति खत्म करने की मांग
कुंभ में आधी-अधूरी व्यवस्था, कुप्रबंधन, "वीआईपी मूवमेंट" के कारण हुई भगदड़: कांग्रेस

नयी दिल्ली/लखनऊ. आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को महाकुंभ में भगदड़ जैसी स्थिति के लिए प्रशासनिक कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया तथा वीआईपी (अति विशिष्ट व्यक्ति) संस्कृति को समाप्त करने तथा भीड़ प्रबंधन के कड़े इंतजाम करने की मांग की.
‘आप’ के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान धार्मिक आयोजन के दृश्यों को “डरावना” बताया. मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ के संगम क्षेत्र में बुधवार तड़के पवित्र स्नान करने बड़ी संख्या में पहुंचे तीर्थयात्रियों के बीच भगदड़ मचने से कई लोग हताहत हुए.
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो का हवाला देते हुए सिंह ने कहा, “मैंने देखा कि एक महिला अपने परिवार के सदस्य को बचाने के लिए अपने मुंह से ऑक्सीजन देने की कोशिश कर रही थी. यह दिल दहला देने वाला है.” सिंह ने यह भी रेखांकित किया कि महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी जी ने अधिकारियों से कार्यक्रम की व्यवस्था सेना को सौंपने का आग्रह किया था, लेकिन उनका अनुरोध अस्वीकार कर दिया गया.
उन्होंने आरोप लगाया, “हम इस पर कभी टिप्पणी नहीं करना चाहते थे, लेकिन वास्तविकता स्पष्ट है – वीआईपी संस्कृति ही मुख्य समस्या है. वीआईपी आवाजाही के लिए सड़कें बंद की जा रही हैं, जिससे श्रद्धालुओं के लिए अव्यवस्था पैदा हो रही है.” सिंह के अनुसार, प्रशासन रात एक बजे घटनास्थल पर पहुंचा और लोगों को पवित्र स्नान के लिए मजबूर करने लगा, जिससे वहां अफरातफरी मच गई.
उन्होंने कहा, “इससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. मैं इस घटना से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) से अपील करता हूं कि महाकुंभ में सभी वीआईपी की आवाजाही पर तत्काल रोक लगाई जाए.” इस बीच, ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इस घटना पर दुख व्यक्त किया.
आतिशी ने ‘एक्स’ पर कहा, “महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करे और उनके परिवार को इस दु?ख को सहने की शक्ति दें. सभी श्रद्धालु संयम रखते हुए सुरक्षा नियमों और निर्देशों का पालन करें ताकि ये आयोजन सुरक्षित बना रहे.” केजरीवाल ने भी श्रद्धालुओं से सावधानी बरतें की अपील की.
कुंभ में आधी-अधूरी व्यवस्था, कुप्रबंधन, “वीआईपी मूवमेंट” के कारण हुई भगदड़: कांग्रेस
कांग्रेस ने महाकुंभ में भगदड़ को लेकर बुधवार को राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इस घटना के लिए कुप्रबंधन, वीआईपी मूवमेंट और आधी अधूरी व्यवस्था जिम्मेदार है. मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि इस आयोजन की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जगह किसी “बेहतर प्रशासक” को सौंपी जानी चाहिए.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा “महाकुंभ के दौरान, तीर्थराज संगम के तट पर हुई भगदड़ से कई लोगों की जान गई है और अनेकों लोगों के घायल होने का समाचार बेहद हृदयविदारक है. ” उन्होंने कहा, “श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएँ और घायलों की शीघ्रातिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ की हम कामना करते हैं. ”
खरगे ने दावा किया कि आधी अधूरी व्यवस्था, वीआईपी मूवमेंट, प्रबंधन से ज़्यादा स्व-प्रचार पर ध्यान देना और बदइंतज.ामी इसके लिए ज.म्मिेदार है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “हज.ारों करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद ऐसी व्यवस्था होना निंदनीय है. ” उन्होंने यह भी कहा, “अभी कई महत्वपूर्ण शाही स्नान बचे हैं. केंद्र और राज्य सरकारों को अब चेत जाना चाहिए, और व्यवस्था को सुधारना चाहिए ताकि आगे ऐसी अप्रिय घटनाएँ न हों. ”
खरगे के अनुसार, श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा और मूवमेंट आदि की व्यवस्था में विस्तार करना चाहिए और वीआईपी मूवमेंट पर लगाम लगानी चाहिए. उन्होंने कहा कि यही हमारे साधु संत भी चाहते हैं. उन्होंने कहा, “कांग्रेस के हमारे कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि पीड़ितों को हर संभव मदद करें.” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि “प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण कई लोगों के मौत और कईयों के घायल होने की ख.बर” अत्यंत दुखद है.
उन्होंने कहा, “शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं.” लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन, बदइंतजामी और आम श्रद्धालुओं की जगह वीआईपी मूवमेंट पर प्रशासन का विशेष ध्यान होना ज.म्मिेदार है.
राहुल गांधी ने कहा, “अभी महाकुंभ का काफी समय बचा हुआ है, कई और महास्नान होने हैं. आज जैसी दुखद घटना आगे न हो, इसके लिए सरकार को व्यवस्था में सुधार करना चाहिए. वीआईपी संस्कृति पर लगाम लगनी चाहिए और सरकार को आम श्रद्धालुओं की जरूरतों की पूर्ति के लिए बेहतर इंतजाम करने चाहिए.” उन्होंने कहा, “कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अनुरोध करता हूं कि पीड़ित परिवारों की मदद करें.” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी घटना पर दुख जताया.
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा “ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.” उन्होंने अपने व्हाट्सएप चैनल पर एक पोस्ट में कहा कि कुंभ क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालु लगातार भीषण अव्यवस्था की शिकायत कर रहे थे, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया और प्रशासनिक लापरवाही बरती गई.
प्रियंका गांधी ने सरकार से घायलों को हवाई एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाने और उनके तत्काल इलाज की व्यवस्था करने की अपील की.
सपा ने की महाकुंभ के प्रबंधन की बागडोर सेना के हाथ में देने की मांग
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि महाकुंभ के प्रबंधन की जिम्मेदारी तत्काल सेना को सौंप देनी चाहिए. उन्होंने यह भी मांग की कि महाकुंभ में ‘विश्व स्तरीय व्यवस्था’ का दावा करने वाले लोगों को भगदड़ की घटना की नैतिक ज.म्मिेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए.
यादव ने महाकुंभ में मची भगदड़ पर दुख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “महाकुंभ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुर्निवश्वास जगाने के लिए यह आवश्यक है कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए.” उन्होंने कहा, “विश्वस्तरीय व्यवस्था करने वाले दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गयी है, तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में लोगों के हताहत होने की नैतिक ज.म्मिेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए.”
इससे पहले ‘एक्स’ पर ही एक अन्य पोस्ट में सपा प्रमुख ने कहा, “महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है.” उन्होंने इसी संदेश में आगे कहा, “हमारी सरकार से अपील है कि गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए. मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए. जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं. हेलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए.”
यादव ने कहा, “सतयुग से चली आ रही ‘शाही स्नान’ की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच ‘मौनी अमावस्या के शाही स्नान’ को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए.” इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने प्रयागराज महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए एक बयान में कहा, “महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के दिन भगदड़ होने से ़कई लोगों के मृत और घायल होने का समाचार पीड़ादायक है.”