राजस्थान में रिवाज कायम, राज बदला; भाजपा को बहुमत
मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने पद से इस्तीफा दिया
जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने हर पांच साल में सरकार बदलने का ‘रिवाज’ कायम रखते हुए ‘राज’ यानी सरकार को बदल दिया है. राज्य की 200 सीटों वाली विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिल गया है. शाम 7.00 बजे तक भाजपा ने 112 सीटें जीत लीं जबकि 3 पर आगे चल रही है. इस तरह से उसे कुल मिलाकर 115 सीटें मिलती दिख रही हैं.
वहीं, कांग्रेस 69 सीटों पर सिमटती दिख रही है. 64 सीटों पर उसके उम्मीदवार जीत चुके हैं जबकि 5 पर आगे हैं.
राज्य विधानसभा की 200 में से 199 सीट के लिए चुनाव हुए हैं. दलवार स्थिति इस प्रकार है- पार्टी आगे जीत कुल
भाजपा 03 112 115
कांग्रेस 05 64 69
निर्दलीय 01 07 08
अन्य 00 07 07
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव परिणामों को सभी के लिए अप्रत्याशित बताते हुए जनादेश को स्वीकार किया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ”राजस्थान की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं. यह सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है. यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे.” भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन की जीत है.
भाजपा के जीतने वाले प्रमुख नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, लोकसभा सदस्य राज्यवर्धन राठौड़ (झोटवाड़ा), बाबा बालक नाथ (तिजारा) व दीया कुमारी (विद्याधर नगर) शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि राजनीतिक गलियारों में राजस्थान के विधानसभा चुनाव को राज (सरकार) और ‘रिवाज’ बदलने की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है. बीते कुछ दशकों में, परंपरागत रूप से राज्य में हर विधानसभा चुनाव में सरकार बदल जाती है… एक बार कांग्रेस, एक बार भाजपा. इस बार भी ऐसा ही हुआ है. राज्य में 200 में से 199 सीटों पर 25 नवंबर को मतदान हुआ था जहां 75.45 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले. राज्य की करणपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार के निधन के कारण चुनाव स्थगित किया गया है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने पद से इस्तीफा दिया
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. गहलोत रविवार शाम राजभवन पहुंचे और राज्यपाल कलराज मिश्र को मुख्यमंत्री पद से अपना त्यागपत्र सौंपा. राजभवन के बयान के अनुसार, राज्यपाल मिश्र ने तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र स्वीकार करते हुए उनसे राज्य में नई सरकार के गठन तक कार्य करते रहने का आग्रह किया.
राजस्थान में भाजपा के तीन सांसद जीते, तीन हारे, रुझान में एक सांसद आगे
राजस्थान विधानसभा चुनाव में उतरे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सात में से तीन सांसद जीते और तीन हार गये, जबकि एक सांसद अपने प्रतिद्वंद्वी से आगे चल रहे हैं. वहीं, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक एवं नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल भी जीत की ओर आगे बढ. रहे हैं.
राज्य की 199-विधानसभा सीट के लिए हुए चुनाव में रविवार को मतों की गिनती हुई, जिसमें भाजपा की लोकसभा सदस्य दीया कुमारी (विद्याधर नगर), राज्यवर्धन राठौड़ (झोटवाड़ा), बाबा बालक नाथ (तिजारा) विजेता घोषित किए गए, जबकि राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा (सवाई माधोपुर) आगे चल रहे हैं और उनकी जीत तय है.
मंडावा सीट पर सांसद नरेंद्र कुमार को कांग्रेस उम्मीदवार रीटा चौधरी ने 18717 के अंतर से हराया. भाजपा सांसद भागीरथ चौधरी किशनगढ. सीट से चुनाव हार गए हैं. चौधरी तीसरे स्थान पर रहे, जहां कांग्रेस उम्मीदवार विकास चौधरी ने जीत दर्ज की. इसी तरह सांसद देवजी पटेल सांचौर सीट से हार गए. यहां भाजपा के बागी जीवा राम चौधरी ने चुनाव जीता, जो निर्दलीय के तौर पर मैदान में थे.
सांचौर में कांग्रेस प्रत्याशी एवं मंत्री सुखराम विश्नोई दूसरे और भाजपा उम्मीदवार देवजी पटेल तीसरे स्थान पर रहे.