एमआईआरवी के विकास को मनमोहन सिंह नीत सरकार के समय मंजूरी मिली थी: कांग्रेस

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि जिस ‘मल्टीपल इंडिपेंडेंट टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल ‘(एमआईआरवी) प्रौद्योगिकी के साथ स्वदेश विकसित अग्नि-5 मिसाइल का पहला सफल उड़ान परीक्षण संपन्न हुआ, उसकी मंजूरी मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के समय दी गई थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका श्रेय ले रहे हैं.

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”5000 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम अग्नि 5 का पहला परीक्षण 19 अप्रैल, 2012 को किया गया था. इसके बाद डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने अग्नि 5 के लिए एमआईआरवी के विकास को मंजूरी दे दी, जिसका आज सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है.” उन्होंने दावा किया कि ”क्रेडिट-जीवी” प्रधानमंत्री के पाखंड की कोई सीमा नहीं है.

रमेश ने आरोप लगाया, ”बेशक डीआरडीओ को बधाई दी जानी चाहिए, लेकिन मोदी जी ने डीआरडीओ का मनोबल गिराने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने पिछले 3 वर्षों में 2 समितियों का गठन किया है, ताकि यह देखा जा सके कि डीआरडीओ का निजीकरण कैसे किया जा सकता है या इसे बंद किया जा सकता है.” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि ‘मल्टीपल इंडिपेंडेंट टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल ‘(एमआईआरवी) प्रौद्योगिकी के साथ स्वदेश विकसित अग्नि-5 मिसाइल का पहला सफल उड़ान परीक्षण संपन्न हुआ और इसके लिए उन्होंने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों को बधाई दी.

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