पहले फिल्मों में नहीं आना चाहती थी, लेकिन अब सेट पर सहज महसूस करती हूं : मानुषी छिल्लर

मुंबई. मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर का कहना है कि अगर उनके परिवार ने उन्हें ऐतिहासिक कहानी पर आधारित फिल्म ‘पृथ्वीराज’ करने के लिए राजी नहीं किया होता तो वह एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर रही होतीं. हरियाणा में जन्मी और दिल्ली में पली-बढ़ी छिल्लर सोनीपत के बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थीं, और उसी दौरान वह 2017 में 20 साल की उम्र में मिस वर्ल्ड चुनी गयीं.

प्रतियोगिता जीतने के बाद छिल्लर को कई फिल्मों की पेशकश मिली लेकिन उन्होंने सभी पेशकश ठुकरा दी क्योंकि उन्हें लगता था कि अभिनय उनके बस की बात नहीं है. हालांकि, जब यशराज फिल्मस ने उन्हें अक्षय कुमार के साथ ‘पृथ्वीराज’ में काम करने की पेशकश की तो उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में बन रही यह फिल्म हिन्दू राजा पृथ्वीराज चौहान के जीवन की कहानी पर आधारित है और छिल्लर इसमें राजकुमारी संयोगिता की भूमिका में नजर आएंगी.

छिल्लर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं अभिनेत्री बनने के लिए कभी मुंबई नहीं आयी. मैंने स्कूल में नाटकों में काम किया था, लेकिन मेरे सभी शौक… चित्रकारी और नृत्य… हमेशा से सिर्फ शौक ही थे, पेशा नहीं था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे कुछ अवसर मिले. पृथ्वीराज से बहुत पहले मैं अपनी पहली फिल्म कर सकती थी, लेकिन उस वक्त मेरा पक्का इरादा था कि मुझे फिल्मों में नहीं जाना है, इसलिए मैंने उन पर विचार नहीं किया. पृथ्वीराज बहुत अच्छे वक्त पर मिली.’’

अभिनेत्री का कहना है कि पृथ्वीराज फिल्म की पेशकश मिलने पर उन्हें पता था कि यह जीवन में एक बार मिलने वाला मौका है और प्रियजनों के कहने पर वह काम करने को तैयार हो गयीं. छिल्लर ने कहा, ‘‘जब आपको ऐसा मौका मिलता है तो फिर आप पीछे नहीं हट सकते. मेरे परिवार और मिस वर्ल्ड टीम सहित सभी लोगों ने मुझे अभिनय को मौका देने को कहा और मैं खुश हूं कि मैंने उनकी बात सुनी. अब मैं सेट पर अधिक सहज महसूस करती हूं.’’

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