प्रज्वल मामले की गूंज पूरे देश में सुनाई देगी, भाजपा को स्पष्टीकरण देना मुश्किल होगा: थरूर

भाजपा के लिए '200 पार' करना भी चुनौती, बहुमत नहीं मिलेगा: थरूर

नयी दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा है कि जनता दल (एस) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को स्पष्टीकरण देना मुश्किल होगा और इस ‘सेक्स स्कैंडल’ की गूंज केवल कर्नाटक ही नहीं बल्कि लोकसभा चुनाव के शेष चरणों में पूरे देश में सुनाई देगी.

प्रज्वल और उनके पिता एवं कर्नाटक के पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना के खिलाफ रविवार को पुलिस ने उनकी एक घरेलू सहायिका की शिकायत के बाद यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी के आरोप में मामला दर्ज किया. प्रज्वल जद (एस) प्रमुख एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पोते हैं.

यह पूछे जाने पर कि क्या यह मामला चुनाव में भाजपा को प्रभावित करेगा, थरूर ने कहा, “वास्तविकता यह है कि यह सज्जन भाजपा के सहयोगी हैं. भाजपा ने हाल ही में संपन्न चुनाव में उनके लिए प्रचार किया था. इसलिए उन्हें यह स्पष्टीकरण देने मे परेशानी होगी कि उन्हें वास्तव में कोई जानकारी नहीं थी… यह पता चला है कि उन्हें जानकारी थी और चुनाव से कुछ समय पहले, एक भाजपा विधायक को ये आपत्तिजनक वीडियो मिले थे.”

कांग्रेस नेता यहां पीटीआई मुख्यालय में संपादकों के साथ बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा, “इन परिस्थितियों के मद्देनजर, मुझे लगता है कि भाजपा को नुकसान होगा. अब भाजपा पासा पलटने की कोशिश कर रही है और कह रही है कि कांग्रेस ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की तथा कांग्रेस ने उन्हें जाने की अनुमति क्यों दी. कांग्रेस इस बात से अनजान थी और उसे यह जानकारी नहीं दी गई थी.” थरूर ने कहा कि राज्य सरकार ने तुरंत ही एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया और अगर देश से बाहर जाने में प्रज्वल रेवन्ना ने जल्दबाजी नहीं की होती तो उन्हें ‘लुकआउट नोटिस’ के जरिए रोका जा सकता था.

उन्होंने कहा, “निश्चित रूप से चुनाव के शेष चरणों में, इसकी गूंज सुनाई देने वाली है, सिर्फ कर्नाटक में ही नहीं, उदाहरण के लिए पड़ोसी तेलंगाना में, एक गंभीर विवाद है और कुछ महिला कार्यकर्ता दृढ.ता से आगे आई हैं तथा कह रही हैं कि देश की पितृसत्ता कब जागेगी और महसूस करेगी कि किस प्रकार महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है और उन्होंने इस संबंध में क्या किया है?” थरूर ने कहा, ”…अभिव्यक्ति की यह भावना सामान्य रूप से सभी पुरुषों के खिलाफ नहीं बल्कि विशेष रूप से उन लोगों के खिलाफ है जो आज देश पर शासन कर रहे हैं.”

भाजपा के लिए ‘200 पार’ करना भी चुनौती, बहुमत नहीं मिलेगा: थरूर

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार ‘निश्चित’ बताते हुए कहा कि सत्तारूढ. दल का ‘400 पार’ का दावा एक मजाक है, ‘300 पार’ असंभव है. उनके अनुसार भाजपा के लिए यहां तक कि ‘200 पार’ करना भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है. थरूर ने यहां पीटीआई मुख्यालय में संपादकों के साथ बातचीत में यह दावा भी किया कि केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलेगी और दक्षिण भारत में इसका प्रदर्शन 2019 से भी खराब रहेगा. उन्होंने कहा कि वह कर्नाटक में भी अपना पिछला प्रदर्शन नहीं दोहरा पाएगी जब उसे 28 में से 25 सीट मिली थीं.

लोकसभा चुनाव में थरूर का मुकाबला केरल की तिरुवनंतपुरम सीट पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार राजीव चंद्रशेखर और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) प्रत्याशी पी. रवींद्रन से है. इस सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है और निवर्तमान सांसद थरूर ने यहां से अपनी ‘बहुत आसान जीत’ की उम्मीद जताई. थरूर अगर इस चुनाव में तिरुवनंतपुरम से जीत जाते हैं तो यह उनकी लगातार चौथी जीत होगी. वह इस क्षेत्र का सबसे अधिक समय तक संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद हैं.

तिरुवनंतपुरम में करीब दो महीने तक जोरदार प्रचार में भाग लेने के बाद दिल्ली लौटे कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य अब देश के अन्य हिस्सों में पार्टी के लिए प्रचार करेंगे. थरूर की भाषण शैली और उनकी लोकप्रियता की वजह से कई क्षेत्रों में उनकी मांग है.
मतदान के दो चरण के बाद कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रदर्शन को लेकर थरूर की राय पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”अभी तक 190 सीट पर मतदान हुआ है और मुझे जो अपने सूत्रों से पता चल रहा है कि यह हमारे लिए बहुत सकारात्मक है. हम यह नहीं कह रहे कि हमारी जबरदस्त लहर है लेकिन निश्चित रूप से सरकार के लिए भी ऐसी स्थिति नहीं है.”

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