पीओके की एक-एक इंच जमीन भारत की, इसे कोई ताकत छीन नहीं सकती: अमित शाह

खूंटी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से संबंधित मुद्दे पर “सवालिया निशान उठाने” को लेकर कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि इसकी एक-एक इंच जमीन भारत की है तथा इसे कोई भी ताकत नहीं छीन सकती.

शाह ने झारखंड के खूंटी में एक चुनावी रैली में कहा, ”मणिशंकर अय्यर हमसे कह रहे हैं कि पाकिस्तान का सम्मान करें क्योंकि उसके पास परमाणु बम है. कुछ दिन पहले ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि पीओके के बारे में बात मत करो क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है. मैं कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन को बताना चाहता हूं कि पीओके भारत का है और इसे कोई भी ताकत नहीं छीन सकती.”

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “मुझे नहीं पता कि कांग्रेस को क्या हो गया है. संसद में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया था कि पीओके भारत का हिस्सा है. आप (कांग्रेस) अब परमाणु बम के बारे में बात करके पीओके पर सवालिया निशान लगा रहे हैं. भाजपा का रुख स्पष्ट है कि पीओके की एक-एक इंच जमीन भारत की है और यह भारत का ही रहेगा.” शाह ने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल तक अनुच्छेद 370 को बरकरार रखा लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे निरस्त करना सुनिश्चित किया.

लोगों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट देने का आग्रह करते हुए शाह ने कहा कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन आकंठ भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है. उन्होंने कहा, “झामुमो नीत गठबंधन 300 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले, 1,000 करोड़ रुपये के खनन घोटाले, 1,000 करोड़ रुपये के मनरेगा घोटाले और 40 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में शामिल है. हम झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को गरीबों का पैसा हजम नहीं करने देंगे.”

झारखंड के एक राज्यसभा सदस्य से जुड़े परिसर से लगभग 350 करोड़ रुपये और झारखंड में कांग्रेस के मंत्री आलमगीर से जुड़े एक अधिकारी के घरेलू सहायक के यहां से 35 करोड़ रुपये की बरामदगी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह पैसा झारखंड के लोगों का है जिसे राहुल बाबा की पार्टी द्वारा लूटा जा रहा था, लेकिन यह जनता को वापस दिया जाएगा. उन्होंने झामुमो और कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया.

शाह ने कहा, “कांग्रेस ने 70 साल तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में बाधाएं पैदा कीं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने पांच साल में मंदिर का निर्माण किया…राहुल बाबा राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं गए क्योंकि उन्हें अपने ‘वोट बैंक’ का डर था.” उन्होंने कहा, “मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान किसी आदिवासी को राष्ट्रपति क्यों नहीं बनाया.” शाह ने कहा कि कांग्रेस शासन के तहत माओवादियों ने बिहार, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जल, जंगल और जमीन पर कब्जा कर लिया था.

उन्होंने लोगों से कहा, ”जब आपने मोदी को प्रधानमंत्री बनाया, तो उन्होंने माओवादी खतरे को मिटा दिया और विकास की शुरुआत की.” गृह मंत्री ने कहा कि झारखंड और बूढ़ा पहाड़ को माओवादियों के चंगुल से मुक्त कराने का श्रेय भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को जाता है. उन्होंने कहा कि यह भाजपा सरकार है जिसने आदिवासियों के लिए सम्मान और प्रतिष्ठा सुनिश्चित करने का काम किया है और प्रधानमंत्री पहले ही 2025 में आदिवासी गौरव बिरसा मुंडा की 125 वीं जयंती को ‘जनजातीय गौरव वर्ष’ के रूप में मनाने की घोषणा कर चुके हैं.

शाह ने कहा कि बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध छेड़ा था और इसका असर पूरे भारत में हुआ था, लेकिन कांग्रेस और झामुमो सरकारों ने आदिवासियों को उनका हक नहीं दिया. उन्होंने कहा, “अब, आदिवासी आबादी को घुसपैठियों से सबसे बड़ा खतरा है जो आदिवासी गांवों में घर बना रहे हैं और स्थानीय लड़कियों से शादी कर रहे हैं. अगर कोई उन्हें रोक सकता है, तो वह केवल भाजपा है.” गृह मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, आदिवासी कल्याण बजट को पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के 29,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1,33,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है.”

उन्होंने कहा कि देश भर में एकलव्य मॉडल स्कूलों के लिए 40,000 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी और इस तरह के 740 स्कूलों में कुल एक लाख बच्चे नामांकित हैं.” गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए देश भर में डीएमएफटी (जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट) के तहत 88,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. शाह ने लोगों से भाजपा उम्मीदवार एवं केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को वोट देने का आग्रह किया. अर्जुन मुंडा का मुकाबला कांग्रेस के कालीचरण मुंडा से है जिन्हें उन्होंने 2019 के चुनाव में 1,445 मतों के मामूली अंतर से हराया था. खूंटी में लोहरदगा, सिंहभूम और पलामू सीट के साथ 13 मई को मतदान होगा.

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