लुलु मॉल में नमाज अदा करने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले दिनों खुले लुलु मॉल परिसर के अंदर नमाज पढ़ने के मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. सोशल मीडिया पर मॉल में नमाज अदा करने वालों के एक समूह का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था.

मॉल के एक प्रतिनिधि की शिकायत के आधार पर पुलिस ने बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज की जिसमें यह दावा किया गया कि वीडियो में नमाज पढ़ते दिखने वाले लोग उनके स्टाफ के सदस्य नहीं हैं. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) गोपाल कृष्ण चौधरी ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर किया गया कार्य) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.

मॉल प्रशासन ने शुक्रवार को पूरे परिसर में इस बात का नोटिस लगा दिया कि मॉल में किसी भी तरह के धार्मिक प्रार्थना की अनुमति नहीं होगी. लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कुछ सदस्य बृहस्पतिवार को मॉल के गेट के बाहर पहुंच गए और उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया.

हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि एक विशेष समुदाय के लोगों को मॉल के अंदर नमाज अदा करने की अनुमति दी जा रही है, इसलिए मॉल के अधिकारियों को हिंदुओं और अन्य समुदायों के लोगों को भी पूजा करने की अनुमति देनी चाहिए.

महासभा के सदस्यों ने शुक्रवार को मॉल में हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए स्थानीय अधिकारियों से अनुमति मांगी जिसे अस्वीकार कर दिया गया. अबू धाबी मुख्यालय स्थित लुलु समूह की एक शाखा लखनऊ के शहीद पथ पर शुरू की गई जिसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था. लुलु समूह का नेतृत्व भारतीय मूल के कारोबारी युसूफ अली एमए करते हैं.

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