फर्जी दस्तावेजों से कोविड केंद्र के अनुबंध लेने के आरोप में चार डॉक्टर, एक फर्म पर मामला दर्ज

मुंबई: मुंबई पुलिस ने कोविड-19 देखभाल केंद्र का अनुबंध प्राप्त करने के लिए फर्जी दस्तावेज सौंपने के आरोप में बुधवार को एक अस्पताल प्रबंधन फर्म और चार व्यक्तियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की। एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर आजाद मैदान पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई।

मेसर्स लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट र्सिवस फर्म, डॉ हेमंत रामशरण गुप्ता, सुजीत मुकुंद पाटकर, संजय मदनलाल शाह और राजू नंदकुमार सालुंखे के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। सोमैया ने शिकायत में आरोप लगाया है कि इन व्यक्तियों ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे कोविड-19 केंद्र के अनुबंध प्राप्त करने के लिए मुंबई नगर निकाय को धोखा दिया।

प्राथमिकी के अनुसार, जून 2020 में अस्पताल प्रबंधन फर्म के साझेदारों ने बृहन्मुंबई महानगर पालिका को फर्जी दस्तावेज सौंपे और चिकित्सा क्षेत्र में बगैर किसी अनुभव के (मुंबई में) एनएसईएल, वर्ली, मुलुंड और दहिसर तथा पुणे में जम्बो कोविड देखभाल केंद्रों के अनुबंध प्राप्त किये।

प्राथमिकी में कहा गया कि फर्म ने इन केंद्रों के बिल बीएमसी को सौंपे और 38 करोड़ रुपये प्राप्त किये। सत्यापन के बाद पाया गया कि इन कोविड केंद्रों पर कर्मचारियों और डॉक्टरों के पास कोई चिकित्सकीय प्रमाण पत्र नहीं था और कथित तौर पर यह उचित उपचार मुहैया नहीं करवा सके जिससे लोगों को तकलीफ का सामना करना पड़ा।

Related Articles

Back to top button