छत्तीसगढ़ में गरीब आदिवासियों के धर्मांतरण के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया जा रहा : शाह
भाजपा ने कभी जातीय जनगणना का विरोध नहीं किया : शाह
पंडरिया. केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में सरकार के कारण धर्मांतरण बढ़ रहा है तथा गरीब आदिवासियों के धर्मांतरण के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया जा रहा है.
शाह ने कांग्रेस पर घोटालों में लिप्त होने का आरोप लगाया और कहा कि यदि उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है, तो भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को जेल भेजा जाएगा. वह पंडरिया विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. शाह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस का ‘प्रीपेड सीएम’ करार दिया और उन पर कांग्रेस के लिए ‘एटीएम’ बनने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि भूपेश बघेल सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ”कांग्रेस शासन में धर्म परिवर्तन बढ़ रहा है. संविधान प्रत्येक नागरिक को अपनी पसंद की आस्था का पालन करने की आजादी देता है. लेकिन उन्होंने गरीब आदिवासियों को धर्मांतरित करने के लिए सरकारी मशीनरी का उपयोग शुरू कर दिया है जो राज्य के हित में नहीं है. इसके परिणामस्वरूप, घर-घर, गांव-गांव में संघर्ष हुआ है तथा कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है.”
उन्होंने कहा, ”हमारी सरकार किसी के धार्मिक मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं करेगी, लेकिन यदि कोई सरकार धर्मांतरण को बढ़ावा देती है, तो इसे रोकने के लिए भाजपा द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी.” उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का भी आरोप लगाया.
भाजपा ने कभी जातीय जनगणना का विरोध नहीं किया : शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कभी भी जाति आधारित जनगणना के विचार का विरोध नहीं किया लेकिन उनकी पार्टी इस मुद्दे पर ‘वोट की राजनीति’ नहीं करती है. भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में छत्तीसगढ. विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए शाह ने यह टिप्पणी की.
सत्तारूढ. कांग्रेस द्वारा राज्य में जाति आधारित जनगणना कराने के सवाल पर शाह ने कहा, ”हम राष्ट्रीय राजनीतिक दल हैं. वोटों की राजनीति नहीं करते हैं. सभी से चर्चा कर, जो उचित निर्णय होगा उसे हम जरूर करेंगे. लेकिन इसके आधार पर चुनाव की नैया पार लगाना ठीक नहीं है.” उन्होंने कहा, ”भारतीय जनता पार्टी ने कभी इसका (जाति आधारित जनगणना) विरोध नहीं किया लेकिन इन सब मुद्दों पर सोच-समझकर निर्णय करना पड़ता है. उचित समय आने पर हम बताएंगे.” कांग्रेस ने राज्य में सत्ता बरकरार रहने पर जाति आधारित जनगणना कराने का वादा किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी राज्य में अपनी रैलियों के दौरान भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल कर रहे हैं कि ”अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओबीसी के कल्याण के बारे में बात करते हैं, तो वह जाति आधारित जनगणना से क्यों डरते हैं.” प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने जगदलपुर (बस्तर जिला) में अपनी रैली के दौरान कहा था कि उनके लिए गरीब ही देश की सबसे बड़ी आबादी है और देश के संसाधनों पर पहला अधिकार उनका होना चाहिए, चाहे वे किसी भी जाति और समुदाय से हों.