प्रवर्तन निदेशालय के छापों में मुख्यमंत्री का नाम आने पर सरकार ने दी मीडिया को कार्रवाई की चेतावनी
रांची. झारखंड में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापेमारी में आरोपियों के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम जोड़े जाने पर राज्य सरकार ने कड़ी आपत्ति जतायी और चेतावनी दी कि जिन मीडिया मंचों पर दुर्भावनापूर्ण खबर और ट्वीट/डिजिटल पोस्ट डालने के मामले का पता चलता है, उनके खिलाफ उचित कानूनी प्रावधानों के अनुरूप कदम उठाए जायेंगे.
मुख्यमंत्री कार्यालय से आज शाम जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘राज्य में चल रही ईडी की छापेमारी के संदर्भ में कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का नाम आरोपी के साथ जोड़ा जा रहा है. मुख्यमंत्री कार्यालय इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज करता है.’’ उसमें कहा गया है, ‘‘कुछ मीडिया मंचों के समाचार में जानबूझकर मुख्यमंत्री झारखण्ड को किसी व्यक्ति से जोड़ने का प्रयास हो रहा है. यह किसी भी राज्य सरकार के मुख्यमंत्री के पद की गरिमा का पूर्ण उल्लंघन है.’’ विज्ञप्ति में कहा गया है कि झारखण्ड सरकार ने भारत सरकार की एजेंसियों की सभी जांचों और कार्रवाईयों में अब तक हरसंभव सहयोग किया है.
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है, ‘‘मुख्यमंत्री कार्यालय सार्वजनिक महत्व के रोजमर्रा के मामलों पर रिपोर्ट करने के लिए प्रेस की स्वतंत्रता का पूरी तरह से समर्थन करता है. हालांकि कुछ मीडिया मंचों की लोकतांत्रिक रूप से चुने गए मुख्यमंत्री को बदनाम करने की खतरनाक प्रवृत्ति उनके स्पष्ट इरादों को बताती है. यह दुर्भाग्यपूर्ण और ंिनदनीय है.’’
इसमें चेतावनी दी गयी है, ‘‘यदि झारखण्ड सरकार को दुर्भावनापूर्ण रिपोर्ट और ट्वीट/डिजिटल पोस्ट डालने के और मामले का पता चलता है, तो उचित कानूनी प्रावधानों के अनुरूप कदम उठाए जायेंगे.’’ ज्ञातव्य है कि आज प्रवर्तन निदेशालय द्वारा यहां प्रेम प्रकाश के परिसर पर मारे गये छापों में दो एके 47 राइफलें और 60 गोलियां मिलने पर मीडिया में यह खबरें आयीं थीं कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी के यहां छापेमारी की गयी है जिसमें यह बरामदगी हुई है.