हिमंत ने नेताजी को स्वतंत्र भारत का पहला प्रधानमंत्री बताने वाली कंगना की टिप्पणी का किया बचाव

गुवाहाटी/शिमला. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को अभिनेत्री से नेता बनीं और मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी कंगना रनौत की उस टिप्पणी का बचाव किया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस देश के पहले प्रधानमंत्री थे. शर्मा ने कहा कि नेताजी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के प्रधानमंत्री बनने से चार साल पहले आजाद हिंद सरकार बनायी थी जिसे नौ देशों ने मान्यता दी थी.

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”जो लोग कंगना का मजाक उड़ा रहे हैं – सत्ता हस्तांतरण के बाद प्रधानमंत्री के रूप में पंडित नेहरू के शपथ लेने के करीब चार साल पहले 21 अक्टूबर 1943 को नेताजी ने आजाद हिंद सरकार बनायी थी, जिसके वह प्रमुख थे.” उन्होंने कहा, ”नौ देशों ने आजाद हिंद सरकार को भारत की वैध सरकार के तौर पर मान्यता दी थी. उपनिवेशवादियों की तर्ज पर इतिहास की व्याख्या करने की इस अवचेतन इच्छा को ‘गुलामी की मानसिकता’ कहा जाता है.” रनौत ने हाल में एक मीडिया सम्मेलन के दौरान यह टिप्पणी की थी जिसकी वीडियो क्लिप शुक्रवार को सोशल मीडिया में प्रसारित हुयी.

कांग्रेस ने कंगना से पूछा, कोई एक काम गिनाएं जो आपने मंडी लोकसभा क्षेत्र के लिए किया हो

कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई के महासचिव रजनीश किमटा ने शुक्रवार को मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार कंगना रनौत को ऐसा एक भी काम बताने के लिए कहा जो उन्होंने इस निर्वाचन क्षेत्र के लिए किया है. किमटा ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीति धैर्य की मांग करती है और महज मंडी में रिश्तेदारों के रहने से रनौत चुनाव नहीं जीत सकतीं.

उन्होंने कहा कि रनौत ऐसा एक भी काम बताएं जो उन्होंने इस निर्वाचन क्षेत्र के लिए किया हो, जहां से वह चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस नेता ने पूछा, ”कंगना के नाम की घोषणा से क्या भाजपा के कार्यकर्ता खुश हैं? क्या प्रदेश (भाजपा) नेतृत्व ने उनका नाम सुझाया था या केंद्र ने उन्हें चुना है?” उन्होंने दावा किया कि भाजपा के अंदर ही उनका ”विरोध” हो रहा है.

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