गृह मंत्री अमित शाह की नक्सलियों को चेतावनी, ‘आत्मसमर्पण करें नहीं तो लड़ाई का परिणाम तय’

मोदी सरकार ने देश से आतंकवाद का खात्मा किया, नक्सलवाद खत्म होने की कगार पर : अमित शाह

रायपुर. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने देश से आतंकवाद को खत्म कर दिया है जबकि नक्सलवाद खत्म होने की कगार पर है. छत्तीसगढ़ के कांकेर शहर में एक चुनावी रैली में शाह ने कहा कि नक्सली आत्मसमर्पण करें, अन्यथा उन्हें दो साल में राज्य से जड़ से उखाड़ दिया जाएगा. सुरक्षाबलों ने 16 अप्रैल को कांकेर जिले में एक मुठभेड़ के दौरान 29 नक्सलियों को मार गिराया था, जिसमें 15 महिलाएं भी शामिल थीं.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछा कि उनके परिवार की चार पीढि.यां देश की सत्ता में रही, लेकिन उन्होंने छत्तीसगढ़ में गरीबों के लिए क्या किया. शाह ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता अपने वोट बैंक के लालच में अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हुए.

केंद्रीय गृहमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले 10 वर्षों में देश में बहुत बड़ा परिवर्तन लाया है और उनके पास “10 वर्षों का ट्रैक रिकॉर्ड और 25 वर्षों का एजेंडा है.” शाह ने कहा, “‘पिछले 10 वर्षों के दौरान नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद को समाप्त किया. मोदी जी ने इस देश से नक्सलवाद को समाप्ति के कगार पर ला दिया.”

उन्होंने कहा, ”पांच वर्ष तक ‘महादेव एप ब्रांड’ भूपेश बघेल की सरकार में नक्सलियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. विष्णु देव साय के मुख्यमंत्री और विजय शर्मा के गृह मंत्री बनने के बाद पिछले चार माह में सुरक्षाबलों ने 90 से ज्यादा नक्सलवादियों को मार गिराया. इसके साथ ही 123 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और 250 ने आत्मसमर्पण कर दिया.” वह पिछले कांग्रेस शासन और महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री की कथित संलिप्तता का जिक्र कर रहे थे.

शाह ने कहा, ”मोदी जी ने देश भर से नक्सलवाद को समाप्त किया चाहे वह आंध्रप्रदेश हो, तेलंगाना हो, बिहार हो, झारखंड हो या मध्य प्रदेश. मैं कहकर जाता हूं कि मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री बना दीजिए . छत्तीसगढ़ से हम नक्सलवाद को उखाड़ फेंकेंगे.” गृह मंत्री ने कहा, ”जब तक नक्सलवाद है तब तक आदिवासी भाई-बहनों के लिए बिजली, स्कूल, राशन की दुकान देने में परेशानी हो रही है. जो भी नक्सली बचे हैं उनको कहता हूं कि आत्मसमर्पण कर दें, हम आपका फिर से पुनर्वास करेंगे, नहीं तो लड़ाई का परिणाम तय है. नक्सलवाद को हम समाप्त कर देंगे.” शाह ने सभा में मौजूद जनता से अनुरोध किया कि वे नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए समझाएं.

उन्होंने कहा, ”मैं आदिवासी भाइयों और बहनों से कह रहा हूं कि जब तक नक्सलवाद है आदिवासी क्षेत्र में शांति नहीं हो सकती, रोड नहीं बन सकता, बिजली नहीं पहुंच सकती, गैस कनेक्शन नहीं आ सकता, शिक्षा नहीं पहुंच सकती, नौकरी नहीं पहुंच सकती और इलाज नहीं पहुंच सकता है.” शाह ने कहा,” आप सभी लोग उनको समझाइए कि आत्मसमर्पण कर दें. यदि वे आत्मसमर्पण नहीं करते हैं तो आप चिंता मत कीजिए. हम दो ही साल में छत्तीसगढ़ की भूमि से नक्सलवाद को उखाड़ कर फेंक देंगे और यहां विकास की गंगा प्रवाहित करेंगे.”

गृह मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी कहती है कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यक (समुदाय) का है, लेकिन भाजपा कहती है कि गरीबों, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों का उन पर पहला अधिकार है. उन्होंने कहा, ”हाल ही में कांग्रेस पार्टी तब नाराज हो गई जब मोदी जी ने उसके घोषणापत्र के बारे में बात की और पूछा कि वह सभी की संपत्तियों का सर्वेक्षण क्यों कराना चाहती है.”

शाह ने कहा, ”मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि क्या उसके घोषणापत्र में किसी सर्वेक्षण का जिक्र है या नहीं. राहुल बाबा को यह स्पष्ट करना चाहिए. उनके प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है, आदिवासियों और दलितों का नहीं. इनकी नजर मठ, मंदिर और सभी की संपत्तियों पर है और यह पैसा कहां जाएगा? आप मनमोहन सिंह को याद करें जिन्होंने कहा था कि धन, राजस्व और संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है. कांग्रेस पार्टी ऐसा कहती है लेकिन हम कहते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार गरीबों, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों का है.”

झारखंड में रांची रैली के दौरान हुई झड़प को लेकर विपक्षी दल इंडिया गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए शाह ने कहा, ”यदि वे अपना घर ही व्यवस्थित नहीं रख सकते तो वे देश को कैसे एकजुट रखेंगे.” उन्होंने कहा, ”आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि चाहे उत्तर पूर्व हो या नक्सल प्रभावित क्षेत्र या कश्मीर, मेरे नेता नरेन्द्र मोदी ने देश को एकजुट करने का काम किया है.” गृहमंत्री ने कहा कि मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाएं, देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा.

शाह ने कहा, ”पांच सौ साल तक टेंट में रहने के बाद रामलला ने इस बार 17 अप्रैल को रामनवमी पर अपना जन्मदिन अयोध्या में एक भव्य मंदिर में मनाया.” उन्होंने कहा, ”जब से राम मंदिर तोड़ा गया है तब से बहुत से लोग अपना बलिदान दे चुके हैं. कई लोग इस आशा से शहीद हुए कि रामलला को उनके मंदिर में स्थापित किया जाएगा, लेकिन कांग्रेस पार्टी वर्षों तक रामलला के जन्मस्थान पर सवाल उठाती रही. मोदी जी के दूसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने राम मंदिर का शिलान्यास और फिर प्राण-प्रतिष्ठा की. कांग्रेस नेताओं को आमंत्रित किया गया था लेकिन वे अपने वोट बैंक के लालच में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हुए. उन्हें जो करना है करने दीजिए, हम डरने वाले नहीं हैं.”

शाह ने कहा,” हमने न केवल राम मंदिर बनाया, बल्कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, केदार धाम और बद्री धाम भी बनाया.” उन्होंने कहा कि सोनिया-मनमोहन सरकार (संप्रग शासन) के दौरान छत्तीसगढ़ को 10 वर्षों में केवल 77 हजार करोड़ रुपये दिए गए थे, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 वर्षों में तीन लाख 20 हजार करोड़ रुपए दिए हैं. शाह ने कहा कि इसके अलावा सड़क निर्माण, रेलवे लाइन बिछाने, हवाई अड्डों के लिए भी धन दिया गया.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “राहुल बाबा को शर्म आनी चाहिए कि उनकी सरकार ने 10 साल में छत्तीसगढ़ को केवल 77 हजार करोड़ रुपये दिए.” शाह ने लोगों से पार्टी उम्मीदवार को वोट देने का आग्रह करते हुए कहा, ”मोदी जी ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है और अगले पांच वर्षों में इसकी नींव रखी जाएगी. विकसित भारत का सबसे बड़ा लाभार्थी आदिवासी, दलित, युवा, गरीब, किसान और महिलाएं होंगी.” भाजपा ने कांकेर सीट पर भोजराज नाग को मैदान में उतारा है, जहां 26 अप्रैल को मतदान होगा.

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