अंकों में विसंगति होने पर अभ्यर्थी अपनी उत्तर पुस्तिकाओं की छायाप्रति के साथ छग लोक सेवा आयोग में प्रस्तुत कर सकते हैं अभ्यावेदन

उत्तर पुस्तिका में पहचान चिन्ह दर्शित करने के कारण अभ्यर्थी अनर्ह घोषित: पीएससी ने स्पष्ट की स्थिति

रायपुर. छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के संज्ञान में यह तथ्य आया है कि विगत कुछ दिनों से आयोग द्वारा की जा रही भर्ती प्रक्रियाओं पर कुछ सोशल मीडिया व प्रिंट मीडिया के माध्यम से उत्तर पुस्तिकाएं (प्रश्न के आधे-अधूरे उत्तरों को स्क्रीनशॉट इमेज क्लिप तैयार कर) वायरल किए जा रहे हैं कि प्रश्न के अनुरूप उत्तर न होने पर भी अंक प्रदान किए गए हैं, यदि ऐसा किसी अभ्यर्थी के साथ घटित हुआ हो तो उक्त संबंध में आयोग कार्यालय में शिकायत कर सकते हैं.

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के अवर सचिव से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2022 में कुल 2661 अभ्यर्थी शामिल थे. अतः सोशल मीडिया में प्रसारित उत्तर पुस्तिकाओं के 1 या 2 पृष्ठ (प्रश्न के आधे-अधूरे उत्तरों के स्क्रीनशॉट इमेज क्लिप) के आधार पर उक्त उत्तर पुस्तिका किस अभ्यर्थी के है, यह आयोग स्तर पर पहचान किया जाना संभव नहीं है और न ही उक्त तथ्यों की जाँच किया जाना संभव नहीं हो पा रहा है. अतः मीडिया में प्रसारित उत्तर पुस्तिकाओं के पृष्ठ से संबंधित अभ्यर्थी अपने उत्तर पुस्तिकाओं की छायाप्रति के साथ आयोग कार्यालय में अभ्यावेदन प्रस्तुत करें, ताकि नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही किया जा सके.

उत्तर पुस्तिका में पहचान चिन्ह दर्शित करने के कारण अभ्यर्थी अनर्ह घोषित: पीएससी ने स्पष्ट की स्थिति
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा चयन प्रक्रिया के दौरान होने वाले साक्षात्कार में पात्र अभ्यर्थी को न बुलाए जाने के संबंध में सोशल मीडिया में एक समाचार प्रसारित हुआ है, जिसमें उल्लेख है कि अन्य पिछड़ा वर्ग के एक अभ्यर्थी द्वारा पीएससी के सचिव और परीक्षा नियंत्रक को पत्र लिखकर यह शिकायत की गई है कि सीजीपीएससी-2022 की भर्ती के दौरान ओबीसी श्रेणी में लिखित परीक्षा में 710 से 715 नम्बर पाने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है. अभ्यर्थी श्री शिवम देवांगन का आरोप है कि उन्हें लिखित परीक्षा में 771.5 अंक प्राप्त हुए थे. इसके बावजूद भी साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया.

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा इस संबंध में स्पष्ट किया गया है कि प्रसारित समाचार भ्रामक तथा तथ्यहीन हैै. वस्तुस्थिति यह है कि राज्य सेवा परीक्षा 2022 में अभ्यर्थी श्री शिवम देवांगन द्वारा प्रथम प्रश्न पत्र के प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में पृष्ठ क्रमांक 20 पर प्रश्न क्रमांक 17 (ख) में श्री राधेश्याम तथा राजेश मोहन उल्लेख कर पहचान चिन्ह दर्शित करने के कारण आयोग द्वारा उन्हें अनर्ह घोषित करते हुए परीक्षा परिणाम प्रक्रिया से पृथक किया गया है. इस कारणवश राज्य सेवा (मुख्य) परीक्षा 2022 के साक्षात्कार की सूची में अभ्यर्थी को शामिल नहीं किया गया.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी विज्ञापन की कंडिका 11 का (पग) एवं प्रश्न सह उत्तरपुस्तिका में उल्लेखित निर्देश की कंडिका-04 के अनुसार- प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में निर्धारित स्थान के अतिरिक्त कहीं पर भी अपना नाम, अनुक्रमांक, कोई धार्मिक चिन्ह, कोई पहचान चिन्ह या उत्तर के अतिरिक्त अन्य कोई अक्षर, शब्द, वाक्य या कोई धार्मिक शब्द या वाक्य नहीं लिखा जाना चाहिए. उत्तर पुस्तिका में नीले व काले बॉल पॉइण्ट पेन के अतिरिक्त अन्य किसी भी रंग अथवा किसी प्रकार के पेन जैसे स्केच पेन, हाईलाइटर, ग्लिटर पेन इत्यादि का प्रयोग न करें. ऐसा करने पर जाँचकर्ता द्वारा संबंधित अभ्यर्थी को अनर्ह घोषित किए जाने की अनुशंसा की जा सकती है. उक्त संदर्भ में आयोग का निर्णय अंतिम होगा. उक्त निर्देशों का पालन अभ्यर्थी श्री शिवम कुमार देवांगन द्वारा नहीं किए जाने के कारण ही उन्हें अनर्ह घोषित किया गया है.

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