चार-पांच वर्ष में दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत : जगदीप धनखड़

लखनऊ. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि चार-पांच वर्ष में भारत अर्थव्यवस्था के मामले में जर्मनी और जापान को भी पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी बड़ी महाशक्ति बनेगा. उपराष्ट्रपति ने यहां राजाजीपुरम के पी. एन. टी. ग्राउंड में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में आयोजित ‘अटल स्वास्थ्य मेला’ का उद्घाटन करते हुए यह बात कही. यह मेला सोमवार को खत्म होगा.

धनखड़ ने कहा, ”1990 में मैं केंद्र सरकार में मंत्री था. हमारी सरकार को भारतीय जनता पार्टी का समर्थन हासिल था. मुझे मंत्री की हैसियत से यूरोपीय संसद में जाने का सौभाग्य मिला. मुझे यूरोप में 15 दिन तक माननीय अटल जी का सानिध्य मिला. अटल जी बहुत याद आ रहे हैं. उनकी याद बहुत आती है और आज तो निश्चित रूप से आ रही है.” उन्होंने कहा, ”अटल जी सिद्धांतों पर अटल रहे और मार्मिक मुद्दों पर वह अत्यंत मुलायम थे. आज अटल जी होते तो वह देख पाते कि अर्थव्यवस्था के चरमराने के समय जिस भारत को उन्होंने ढुलमुल होते देखा था आज वह भारत दुनिया के शिखर पर है.”

उपराष्ट्रपति ने देश के विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा, ”हमारी अर्थव्यवस्था ने कनाडा को पीछे छोड़ा है, ब्रिटेन को पीछे छोड़ा है, फ्रांस को पीछे छोड़ा है और आज अर्थव्यवस्था के मामले में (भारत) दुनिया की पांचवीं महाशक्ति है.” उन्होंने दावा किया, ”आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि दुनिया हमारा लोहा मानती है, आने वाले चार-पांच साल में जापान और जर्मनी भी हमारे पीछे होंगे और हमारा भारत दुनिया की तीसरी बड़ी महाशक्ति बनेगा. इस सबके लिए आवश्यक है कि हम स्वस्थ रहें.” धनखड़ ने कहा कि आप में कितनी भी प्रतिभा हो, कितनी योग्यता हो, कितना भी कौशल हो, आप स्वस्थ नहीं हैं तो आप कुछ नहीं कर पाएंगे.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की योजनाओं, स्वच्छता अभियान और आयुष्मान भारत योजना की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि 140 करोड़ की आबादी वाले देश में इस प्रकार की व्यवस्था कायम करना बहुत प्रशंसनीय है. धनखड़ ने कहा, ”अटल जी आज होते तो उनको बहुत खुशी मिलती. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उद्धृत कर अटल जी कहते थे कि देश में दो निशान, दो विधान नहीं चलेंगे और आज यह जमीनी हकीकत है.”

प्रधानमंत्री की योजनाओं से महिलाओं के स्वास्थ्य को मिलने वाले लाभ और हर घर स्वच्छ नल आदि की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा , ”आपका स्वास्थ्य तभी ठीक रहेगा जब आपकी शासन व्यवस्था ठीक रहेगी. शासन व्यवस्था यदि ठीक नहीं है, कानून-व्यवस्था कमजोर है, पारदर्शी नहीं है , शुचिता नहीं है तो स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है.” तकनीक से व्यवस्था में बदलाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा ,”पहले दिल्ली से 100 रुपये भेजे जाते तो 10 रुपये भी नहीं पहुंचते थे लेकिन आज 100 प्रतिशत पैसा पहुंचता है. मैं किसान पुत्र हूं, किसान की समस्या जानता हूं. मेरा सीना चौड़ा हो जाता है जब मैं देखता हूं कि किसान का स्वास्थ्य कितना मजबूत है. आज किसानों को दिल्ली से प्रत्यक्ष रूप से धन मिलता है.”

उपराष्ट्रपति ने कहा, ”स्वास्थ्य पर सबसे बड़ा कुठाराघात कोई करता है तो भ्रष्टाचार करता है. भ्रष्टाचार की वजह से सामान्य व्यक्ति का काम रुकता है, भ्रष्टाचारी को वह ठीक नहीं कर पाता तो वह बेचैन हो जाता है.” उन्होंने कहा , ”आज कानूनी शिकंजा कसने पर भ्रष्टाचारी घबरा जाता है. पहले लोगों के मन में पीड़ा होती थी कि हम इस महान देश के नागरिक हैं पर कुछ नागरिक कानून से ऊपर क्यों हैं. अब कानून में समानता आ गयी है. कोई किसी वर्ग का हो, कितना भी बड़ा हो, कानून का उल्लंघन किया है तो कानून का शिकंजा उसके गले में पड़ता है.” अंतरिक्ष में भारत की बढ.ती ताकत का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत वह पहला देश है जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 को उतारा और भारत ऐसा करिश्मा करने वाला पहला देश है, अब वहां शिव शक्ति पॉइंट भी है और तिरंगा पॉइंट भी है.

देश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे विकास का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज आपके पास में शुभ अवसरों की कमी नहीं है, पहले गांव में बिजली नहीं थी, सड़क नहीं थी, घर में शौचालय नहीं थे, नल नहीं थे, इंटरनेट नहीं था, टीवी नहीं थी, गांव के अंदर पांचवी कक्षा से ज्यादा के विद्यालय नहीं थे, पढ.ने के लिए बहुत दूर जाना पड़ता था, आज के दिन गांव में वह सुविधा उपलब्ध हैं जो शहरों में हैं.

उन्होंने कहा, ”भारत का अमृतकाल हमारे नवयुवकों के लिए गौरव काल है. खुद भी स्वस्थ रहिए और औरों को भी स्वस्थ होने दीजिए- प्रधानमंत्री जी की इतनी बड़ी सोच पर पूरी दुनिया कृतज्ञ है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जो योग व्यवस्था है, हम उसे दुनिया को देना चाहते हैं, आप उसको अपनाइए, दुनिया के ज्यादा से ज्यादा देशों ने योग को अपनाया और माना की स्वास्थ्य के लिए योग महत्वपूर्ण है.” इस मौके पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में लोगों को स्वस्थ रहने की नसीहत देते हुए स्वच्छता पर जोर दिया.

इससे पहले, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और सांसद सुधांशु त्रिवेदी तथा आयोजक नीरज सिंह ने धनखड़ का स्वागत किया. रक्षा मंत्री एवं लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के पुत्र नीरज सिंह ने अपने स्वागत भाषण में धनखड़ के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला. उपराष्ट्रपति ने 2019 से लगातार अटल स्वास्थ्य मेला आयोजित कर रहे नीरज सिंह के कार्यों की सराहना की. उप राष्ट्रपति के साथ डॉक्टर श्रीमती सुदेश धनखड़ भी समारोह में शामिल हुईं.

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