नेपाल में कंचनजंगा पर्वत पर चढ़ने की कोशिश में भारतीय पर्वतारोही की मौत

काठमांडू. नेपाल में कंचनजंगा पर्वत पर चढ़ने के दौरान 52 वर्षीय एक भारतीय पर्वतारोही की मौत हो गई. पर्वतारोहण अभियान के आयोजकों की तरफ से यह जानकारी दी गई. अभियान के आयोजक पायनियर एडवेंचर के कार्यकारी निदेशक निवेश कारकी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि महाराष्ट्र के रहने वाले नारायणन अय्यर की भारत-नेपाल सीमा पर स्थित दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी पर चढ़ाई के दौरान बृहस्पतिवार को 8,200 मीटर की ऊंचाई पर मौत हो गई.

प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय पर्वतारोही की मौत पर्वत शिखर की 8,586 मीटर की ऊंचाई से करीब 386 मीटर नीचे ऊंचाई संबंधी बीमारी के चलते हुई. कारकी ने कहा कि पर्वत पर चढ़ने के दौरान ‘‘जब वह बीमार हुए तो आयोजकों ने उनसे नीचे उतर जाने को कहा’’ लेकिन पर्वतारोही ने नीचे उतरने से मना कर दिया. यह इस मौसम में कंचनजंगा पर्वत पर किसी पर्वतारोही की जान जाने का पहला मामला है.

आयोजक अय्यर के शव को ऊंचाई से लाने का प्रयास कर रहे हैं. अत्याधिक ऊंचाई वाले इस क्षेत्र को ‘डेथ जोन’ कहा जाता है. उन्होंने कहा कि चार भारतीय नागरिकों समेत छह अन्य पर्वतारोहियों ने हालांकि सफलतापूर्वक पर्वत शिखर पर चढ़ाई पूरी की और अब शिविर-4 से आधार शिविर की ओर नीचे उतर रहे हैं.

सफलतापूर्वक चढ़ाई पूरी करने वाले चार भारतीय भगवान भिखोबा छावले (39), मनीषा ऋषि गैंड (47), पंकज कुमार (21) और प्रियंका मंगेश मोहिते (29) हैं. सफलतापूर्वक अभियान पूरा करने वाले दो अन्य पर्वतारोही अमेरिका की कीरा इडेला क्रोवेल तथा ताइवान के 38 वर्षीय चुंग हान लू हैं. आयोजकों के मुताबिक छह विदेशी नागरिकों के अलावा कंचनजंगा पर्वत पर नेपाल के शेरपा परिचारकों ने भी सफलतापूर्वक चढ़ाई पूरी की. नेपाल ने इस साल 68 विदेशी पर्वतारोहियों को कंचनजंगा पर्वत पर चढ़ने के लिए परमिट जारी किया है.

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