ईरानी ने सोनिया पर साधा परोक्ष निशाना, कहा- ‘अपना विधेयक’ कहकर श्रेय लेने की होड़
नयी दिल्ली. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने महिला आरक्षण विधेयक को ‘अपना विधेयक’ बताने के कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी के दावे पर परोक्ष निशाना साधते हुए बुधवार को लोकसभा में कहा कि कुछ लोग इस विधेयक को ‘अपना’ बताकर श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं. भाजपा नेता ईरानी ने महिला आरक्षण से संबंधित संविधान (128वां संशोधन) विधेयक 2023 पर निचले सदन में चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि विपक्ष देशवासियों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है.
उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष का नाम लिये बिना कहा कि सदन में कहा गया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने 2010 में विधेयक पेश किया था. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ”सफलता के कई रहनुमा होते हैं, लेकिन विफलता का कोई नाम लेने वाला नहीं होता है. इसलिए जब विधेयक लाया गया, तो कुछ लोगों ने इसे ‘अपना विधेयक’ बताया.”
ईरानी ने कहा, ”कुछ लोग कह रहे हैं कि ये विधेयक हमारा है. कुछ लोग कह रहे हैं कि हमारी चिट्ठी की वजह से विधेयक आया है. पंद्रह साल तक आरक्षण मोदी की गारंटी है. क्रेडिट लेने बहुत लोग आ जाते हैं.” ईरानी ने कहा कि 1974 में भारतीय जनसंघ ने महिला आरक्षण की बात की थी. उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के महिला आरक्षण विधेयक की तुलना मौजूदा विधेयक से करते हुए कहा कि मोदी सरकार का विधेयक काफी मजबूत है.
ईरानी ने मुस्लिम महिलाओं को भी आरक्षण दिये जाने की मांग करने वाले विपक्षी सदस्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के जो सदस्य मुस्लिम महिलाओं को आरक्षण दिये जाने की मांग कर रहे हैं, उन्हें मालूम होना चाहिए कि संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण र्विजत है.
उन्होंने कहा, ”वह (सोनिया) कहती हैं कि प्रस्तावित कानून को जल्द से जल्द लागू किया जाना चाहिए. उनकी (विपक्ष) तो आदत है संविधान का गला घोंटने की. हम संविधान को महज एक किताब नहीं बल्कि पवित्र ग्रंथ मानते हैं. क्या विपक्ष हमसे संविधान के विपरीत काम करवाना चाहता है?
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”अगर हम संविधान की गरिमा के नजरिये से देखें तो इस (महिला आरक्षण) विधेयक के जरिये (देवी) लक्ष्मी ने संवैधानिक रूप ले लिया है.” ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए महिला सशक्तीकरण सिर्फ योजना नहीं है, बल्कि वह 2014 से महिला उत्थान के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए भी मोदी ने महिला उत्थान के लिए काम किया.