‘क्या यही सुशासन है?’ चिदंबरम ने उप्र पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द होने पर भाजपा पर निशाना साधा

नयी दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने उत्तर प्रदेश में प्रश्नपत्र लीक होने के कारण रद्द की गई पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा को लेकर राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और कहा कि यह गरीबों को लूटने और उन्हें लंबे वक्त तक बेरोजगार रखने जैसा है. उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के बीच विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को हुई परीक्षा को शनिवार को रद्द कर दिया और छह माह के भीतर पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिये हैं.

कांग्रेस नेता चिदंबरम ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा,” उत्तर प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल के 60,400 पदों पर चयन के लिए 43 लाख से अधिक अ्भ्यियथयों ने परीक्षा दी.” पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अ्भ्यियथयों ने भीड़ से भरी बसों के जरिये लंबी दूरी तय करके, पैसा खर्च करके और अनेक कठिनाइयों का सामना करके पहुंचे थे.

उन्होंने कहा,” कल परीक्षा रद्द कर दी गई. यह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के अनुसार ‘सर्वक्षेष्ठ शासन’ वाले राज्य में हुआ है.” उन्होंने कहा, ”क्या यही सुशासन है? यह गरीबों की मेहनत की कमाई को लूटने जैसा है तथा उन्हें और गरीब बनाकर लंबे समय तक बेरोजगार रखना है.” चिदंबरम ने कहा कि 43 लाख से अधिक युवा बेरोजगार हैं और 60,400 पदों के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, यह तथ्य भाजपा शासित उत्तर प्रदेश की कहानी बयां करता है.

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