मुख्यमंत्री को उनकी आवाज दबाने के लिए चुनाव से पहले जेल भेजा गया : सुनीता केजरीवाल
नयी दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने रविवार को आरोप लगाया कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री की आवाज को ”दबाने” के लिए उन्हें जेल में डाल दिया गया. उन्होंने लोगों से लोकसभा चुनाव में ”तानाशाही” के खिलाफ मतदान करने को कहा. सुनीता ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में दक्षिणी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार सहीराम पहलवान के समर्थन में अपना तीसरा रोड शो किया. उन्होंने कहा कि उनके पति को जेल में डाल दिया गया क्योंकि उन्होंने अच्छे सरकारी स्कूल, मोहल्ला क्लिनिक बनवाए और दिल्ली में हर महिला को 1,000 रुपये देने का वादा किया.
सुनीता ने कहा, “उन्होंने उनकी आवाज को दबाने के लिए चुनाव से ठीक पहले उन्हें (मुख्यमंत्री) जेल में डाल दिया. तानाशाही चरम पर है. कृपया इस देश को बचाएं. कृपया गर्मी की परवाह किए बिना अपना वोट डालें.” उन्होंने आरोप लगाया, “आपके मुख्यमंत्री और मेरे पति को जेल में डाल दिया गया है. किसी भी अदालत ने उन्हें दोषी नहीं ठहराया है. वे कह रहे हैं कि जांच चल रही है. अगर जांच 10 साल तक चलेगी, तो क्या वे उन्हें 10 साल तक जेल में रखेंगे? यह सरासर गुंडागर्दी और तानाशाही है.” केजरीवाल को 21 मार्च को शराब नीति से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था. वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं.