निलंबन से स्पष्ट है कि मोदी सरकार विपक्ष को जनता के मुद्दे उठाने नहीं देना चाहती: जयराम रमेश
नयी दिल्ली. कांग्रेस ने राज्यसभा में 19 विपक्षी नेताओं के खिलाफ हुई निलंबन की कार्रवाई को लेकर मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर प्रहार किया और आरोप लगाया कि इस कदम से स्पष्ट है कि सरकार विपक्ष को जनता से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने नहीं देना चाहती.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के निलंबन से यह पूरी तरह स्पष्ट है कि मोदी सरकार विपक्ष को उन असली, महत्वपूर्ण मुद्दों को संसद में नहीं उठाने देना चाहती जिनका सामना हमारे देश के लोग कर रहे हैं.’’ राज्यसभा की कार्यवाही में बाधा डालने और व्यवधान उत्पन्न करने के लिए तृणमूल कांग्रेस के सात और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के छह सदस्यों सहित विभिन्न विपक्षी दलों के कुल 19 सदस्यों को मंगलवार को इस सप्ताह की शेष बैठकों के लिए निलंबित कर दिया गया.
गत 18 जुलाई से आरंभ हुए संसद के मानसून सत्र के पहले दिन से ही तमाम विपक्षी सदस्य महंगाई और कुछ खाद्य पदार्थों पर माल और सेवा कर (जीएसटी) लगाए जाने के खिलाफ उच्च सदन की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं.
देश में लोकतंत्र को निलंबित कर दिया गया : तृणमूल
राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के निलंबन को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि संसद को ‘अंधा कुआं’ बना दिया गया है. तृणमूल नेता डेरेक ओ ब्रायन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत में लोकतंत्र को निलंबित कर दिया गया है. संसद को अंधा कुआं बना दिया गया है.’’ उन्होंने यह टिप्पणी राज्यसभा में 19 विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर की. सदन में ‘अशोभनीय आचरण’ के कारण विपक्ष के 19 सदस्यों को वर्तमान सप्ताह के शेष समय के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है.
सदन से निलंबित किए गए सदस्यों में सात तृणमूल कांग्रेस के हैं जबकि छह सदस्य द्रमुक के, तीन तेलंगाना राष्ट्र समिति के और दो मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पाटी के हैं. एक निलंबित सदस्य भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के हैं. उच्च सदन में तृणमूल के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी संसद से ‘भयभीत’हैं. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद से भयभीत हैं. मैं उनसे संसद में आकर एक सवाल का जवाब देने के लिए कहता हूं.”
ब्रायन ने कहा कि जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, उन्होंने संसद में करीब 22 सवालों के जवाब दिए थे जबकि ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया है.’’ ब्रायन ने सरकार पर संसद की गरिमा को कमतर करने का आरोप लगाया और प्रधानमंत्री मोदी के संदर्भ में कहा, ‘‘अगर आप हर बृहस्पतिवार सुबह आधे घंटे के लिए संसद जाते हैं, तो आप इसे गुजरात जिमखाने की तरह मान रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस महंगाई का मुद्दा संसद में तब तक उठाती रहेगी जब तक कि इस पर विस्तृत चर्चा नहीं हो जाती.