इटली: भारतीय कृषि श्रमिक की मौत के मामले में कृषि कंपनी का मालिक गिरफ्तार
रोम. इटली की पुलिस ने एक भारतीय श्रमिक की मौत के मामले में एक कृषि कंपनी के मालिक को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने एक भारी मशीन से कृषि श्रमिक का हाथ कटने के बाद उसे चिकित्सा सहायता मुहैया कराने की बजाय ऐसे ही सड़क पर छोड़ दिया था. भारतीय कृषि श्रमिक की मौत से पूरे इटली में आक्रोश है और देश के नेतृत्व ने स्वयं इस पर शोक जताया है.
‘एएनएसए’ समाचार एजेंसी की खबर में बताया गया कि पिछले माह रोम के निकट लाजियो क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी पैक करने वाली मशीन से भारतीय कृषि श्रमिक सतनाम सिंह (31) का हाथ कट गया था जिसके बाद उसके मालिक ने उसे ऐसे ही सड़क पर छोड़ दिया और ”अत्यधिक रक्त बहने” के कारण उसकी मौत हो गई. अंतत: सिंह का इस हालत में पता लगने के बाद उसे हवाई मार्ग से रोम के एक अस्पताल में लाया गया, जहां दो दिन बाद उसने दम तोड़ दिया.
खबर में कहा गया कि पुलिस ने मंगलवार को सिंह की हत्या के संदेह में कृषि कंपनी के मालिक एंटोनेलो लोवाटो को गिरफ्तार कर लिया. अभियोजकों ने एक बयान में कहा कि सिख कृषि श्रमिक की मौत अत्यधिक रक्त बहने के कारण हुई थी, ”यदि उसे तुरंत चिकित्सा सहायता मिल जाती तो संभवत? उसे बचाया जा सकता था.” लाजियो-भारतीय समुदाय के प्रमुख गुरमुख सिंह ने कहा, ” मौत की खबर से लोगों में रोष है.”
खबर में उसके हवाले से कहा गया, ” सबसे बुरी बात यह थी कि लोवाटो ने उसे अस्पताल ले जाने के बजाय, उसके घर के बाहर छोड़ दिया.” गुरमुख ने कहा, ” हादसा हो सकता है लेकिन चिकित्सा सहायता मुहैया न कराना स्वीकार्य नहीं है.” सिंह की मौत से ‘गैंगमास्टरिंग’ (कृषि कार्य के लिए अस्थायी या प्रवासी श्रमिकों को काम पर रखने वाले) के खिलाफ आक्रोश फैल गया है.
खबर में पहले बताया गया था कि लोवाटो ने सिंह और उनकी पत्नी को एक वैन से उनके घर के पास सड़क के किनारे छोड़ दिया था और सिंह के कटे हुए हाथ को फलों के एक डिब्बे में रख दिया. सिंह और उनकी पत्नी सोनी अवैध प्रवासी हैं, लेकिन इस घटना के बाद सोनी को उनका अवैध प्रवासी का दर्जा समाप्त करते हुए इटली में रहने की विशेष अनुमति दी गई है. भारत ने 26 जून को इटली से सिंह की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई करने का आग्रह किया था.
‘सीपीवी और ओआईए’ के सचिव मुक्तेश परदेसी ने विदेश में इतालवी नागरिकों और प्रवासन नीतियों के महानिदेशक लुइगी मारिया विग्नाली को सिंह की मौत पर भारत की ”चिंता” से अवगत कराया था. इटली स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने ”इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई का आग्रह किया है. सतनाम सिंह के परिवार को सहायता मुहैया कराने और पार्थिव शरीर को भारत ले जाने में मदद करने के लिए, दूतावास उनके संपर्क में है.” इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने पिछले माह कहा था कि देश में खेतों में काम करने वाले हजारों भारतीय प्रवासियों में शामिल सिंह ”अमानवीय कृत्य” का शिकार हुए.
कैबिनेट बैठक के बाद उन्होंने कहा था, ”ये अमानवीय कृत्य हैं और ये इटली के लोगों की प्रकृति के विपरीत हैं. उम्मीद करती हूं कि इस बर्बरता के लिए दोषी को कड़ी सजा दी जाएगी.” इटली की श्रम मंत्री मरीना काल्डेरोन ने कहा कि सिंह की मौत ”क्रूरता” का उदाहरण है.
लातिना में हजारों आप्रवासी मजदूर रहते हैं, जिनमें से बहुत से सिख हैं और ये स्थानीय ‘कृषि-माफिया’ के लिए फल और सब्जियां तोड़ने का काम करते हैं.