मुस्लिम समाज को अपना वोट बैंक समझने वाले नेताओं की चिंता बढ़ी : अंसारी

बलिया. उत्तर प्रदेश के इकलौते मुस्लिम मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने रविवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रति समर्थन के मुसलमानों के रुख से मुस्लिम समाज को अपना वोट बैंक समझने वाले नेताओं की चिंताएं बढ़ गई हैं. अंसारी ने बलिया में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा बिना किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ दिए जाने के कारण मुस्लिम समाज जागरूक हो गया है. वह अब अपना भला-बुरा अच्छी तरह से समझता है.

मुस्लिम समाज अमन की राह पर चल पड़ा है और एकजुट होकर तरक्की, रोजगार व शिक्षा की तरफ आगे बढ़ रहा है.’’ प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ राज्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) और आॅल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी (एआईएमआईएम) पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मुस्लिम समाज की अच्छी तस्वीर और उसकी तरक्की के साथ ही देश और सूबे के विकास में उसकी भागीदारी मुस्लिम समाज को अपना वोट बैंक समझने वाले तथाकथित नेताओं को रास नहीं आ रही है. इससे इन लोगों की चिंताएं काफी बढ़ गई हैं.’’ अंसारी ने कहा कि मुस्लिम वोट बैंक के ठेकेदारों की हमेशा से यह चाहत रही है कि मुस्लिम समाज विकास से वंचित और अशिक्षित रहे, वह केवल उनका वोट बैंक ही बना रहे.

उन्होंने भाजपा सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुस्लिम समाज की तरक्की के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं. यही कारण है कि अब मुस्लिम समाज भी खुलकर भाजपा के पक्ष में मतदान कर रहा है.’’ अंसारी ने कहा कि आजमगढ़ और रामपुर के लोकसभा उपचुनाव और 60 फीसदी मुस्लिम आबादी वाले रामपुर विधानसभा क्षेत्र के हालिया उपचुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत से यह स्पष्ट भी हो गया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी नेता अब मुस्लिम समाज को बरगला नहीं सकता.

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