महासमुंद: तीन दिवसीय सिरपुर महोत्सव 5 फरवरी से, तैयारी शुरू

महासमुंद. कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने आज सिरपुर स्थल पहुँच कर सिरपुर महोत्सव के आयोजन के लिए की जा रही तैयारियों का निरीक्षण किया. सिरपुर महोत्सव का तीन दिवसीय आयोजन 5 से 7 फरवरी तक होगा. इस महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा विभिन्न विभागों के स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री सह-प्रदर्शनी से संबंधित स्टॉल लगाए जाएंगे. सिरपुर महोत्सव के आयोजन के लिए नोडल अधिकारी अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी को बनाया गया है.

एसडीएम महासमुंद सहायक नोडल अधिकारी होंगे. सिरपुर महोत्सव आयोजन के सिलसिले में आज सिरपुर रेस्ट हाउस में हुई बैठक में कलेक्टर क्षीरसागर ने कहा कि समारोह में प्रस्तुत होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम गरिमामय हो. इस मौके पर अपर कलेक्टर  दुर्गेश कुमार वर्मा, एसडीएम महासमुंद उमेश साहू, लोकनिर्माण, पीएचई, वन, पुलिस प्रशासन सहित तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित विभिन्न विभागों के ज़िला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे.

कलेक्टर क्षीरसागर ने कहा कि मुख्य मंच को आकर्षक रूप दिया जाए. व्यवस्थित ढंग से दुकानों का आबंटन किया जाए, साथ ही उन्होंने कहा कि पुरातत्व एवं पर्यटन विभाग द्वारा सिरपुर के ऐतिहासिक स्थलों से संबंधित प्रदर्शनी एवं आने वाले पर्यटकों के लिए सूचना केंद्र भी स्थापित करने और ऐतिहासिक स्थलों के संबंध में जानकारी के लिए गाइड की भी व्यवस्था करने के संबंध में इन विभागों के अधिकारियों से चर्चा करने के निर्देश दिए.

कलेक्टर ने विभागीय योजनाओं, गतिविधियों पर आधारित प्रदर्शनी और प्रचार सामग्री वितरण करने कहा. स्व-सहायता समूह के बिक्री सह-प्रदर्शनी के लिए अन्य जिलों के उत्कृष्ट स्व-सहायता समूह एवं शिल्पकारों को आमंत्रित किया जाए. महोत्सव के दौरान आने वाले सांस्कृतिक दल एवं कलाकारों के लिए ठहरने तथा भोजन की व्यवस्था एवं प्रतीक चिन्ह आदि की व्यवस्था कर ली जाए.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया जाएगा. इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सकों की व्यवस्था के साथ ही एम्बुलेंस आदि की व्यवस्था की जाएगी. बैठक में जानकारी दी गई कि महिला बाल विकास, हाथकरघा, कृषि, लोक स्वास्थ्य यांत्रिक, जनसंपर्क आयुर्वेद, ग्रामोद्योग, शिल्प बोर्ड, जिला पंचायत से संबंधित स्व-सहायता समूहों के बिक्री सह-प्रदर्शनी स्टॉल लगाए जाएंगे.

कलेक्टर ने कहा कि कार्यक्रम स्थल के लिए ले-आउट तैयार कर लिया जाए. यहां पर आने-जाने के लिए मार्ग पर्याप्त रूप से चौड़ा होना चाहिए, जिससे आवागमन में असुविधा न हो. यहां आने वाले लोगों के लिए पार्किंग, शौचालय, पेयजल आदि की व्यवस्था की जाए. कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न सुविधाओं की देखरेख के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाए, जिनमें विद्युत मंडल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे. कार्यक्रम स्थल पर फायर ब्रिगेड, पेयजल टैंक, साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए. उन्होंने पेयजल टेंकरों का क्लोरीनेशन करने और ग्रामीणों को सस्ते भोजन की व्यवस्था के लिए दाल-भात केंद्र भी लगाने के निर्देश दिए. यह आयोजन कोरोना (कोविड-19) के संक्रामक से रोकथाम हेतु शासन के दिशा-निर्देशों के परिपालन को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा.

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