ममता ने गंगासागर मेले की तैयारियों की समीक्षा की, अशांति पैदा करने के प्रयासों के प्रति आगाह किया
कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगामी गंगासागर मेले में बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना के मद्देनजर बुधवार को राज्य की तैयारियों का जायजा लिया और कहा कि प्रशासन इसकी सफलता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है.
गंगासागर मेला के कुंभ मेले के समान आयोजित किए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कार्यालयों, रेलवे, सेना, नौसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) से आग्रह किया गया है कि वे 8-17 जनवरी के आयोजन के लिए राज्य को आवश्यक सहायता प्रदान करें. मुख्यमंत्री ने उन लोगों के खिलाफ भी आगाह किया जो मेले में गड़बड़ी फैलाने या अशांति पैदा करने की कोशिश कर सकते हैं.
बनर्जी ने राज्य सचिवालय में एक बैठक में कहा, ‘‘इस बार, गंगा सागर मेले में तीर्थयात्रियों की संख्या (पिछले कुछ वर्षों की तुलना में) अधिक होने की उम्मीद है. हमने इसके लिए अच्छी तरह से तैयारी की है. हम केंद्र सरकार के कार्यालयों, सेना, नौसेना, तटरक्षक और आपदा प्रबंधन विभागों से भी आग्रह करते हैं कि गंगा सागर मेला सुचारू रूप से संपन्न हो यह सुनिश्चित करने में हमारी मदद करें.’’
देश के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक, सागर द्वीप पर वार्षिक मेले में लाखों लोग आते हैं. मकर संक्रांति पर श्रद्धालु गंगा नदी और बंगाल की खाड़ी के संगम पर डुबकी लगाते हैं और कपिल मुनि मंदिर में प्रार्थना करते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सभी तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय कर रहा है. बनर्जी ने कहा, ‘‘गंगा सागर मेले के दौरान सभी गतिविधियों की निगरानी के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा. निगरानी के लिए ड्रोन के अलावा 1,150 सीसीटीवी कैमरे का इस्तेमाल किया जाएगा.’’