सीएए कार्यान्वयन संबंधी टिप्पणी को लेकर ममता ने राजनाथ सिंह पर निशाना साधा

औसग्राम/गलसी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उस टिप्पणी को लेकर उनकी आलोचना की जिसमें उन्होंने कहा था कि दुनिया में कोई भी संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के कार्यान्वयन को नहीं रोक सकता है. उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि सिंह अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कृपा पर निर्भर नजर आ रहे हैं.

उन्होंने कहा, “आप मोदी की दया पर टिके हुए हैं. आप अपनी कुर्सी बचाने के लिए रोज मोदी को सलाम कर रहे हैं. आप या नितिन गडकरी आज प्रधानमंत्री हो सकते थे. कोई समस्या नहीं होती…कम से कम कुर्सी पर एक सज्जन व्यक्ति तो होता जो न्यूनतम शिष्टाचार जानता हो.” सिंह ने रविवार को मुर्शिदाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि दुनिया की कोई भी ताकत संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के कार्यान्वयन को नहीं रोक पाएगी.

सिंह ने कहा था, “हमने बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों में अपने धर्म के कारण प्रताड़ित लोगों को नागरिकता देने के लिए कानून बनाया है. लेकिन ममता बनर्जी इसे लागू नहीं होने दे रही हैं. हम नागरिकता कानून लाएंगे. दुनिया की कोई भी ताकत इसके क्रियान्वयन को नहीं रोक सकती.” बनर्जी ने सीएए, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का विरोध करने का संकल्प जताया है. उन्होंने कहा, “आपके प्रति पूरा सम्मान रखते हुए, मैं आपको बता रही हूं कि हम (तृणमूल) सीएए, एनआरसी और यूसीसी के कार्यान्वयन का विरोध करेंगे. हम देखेंगे कि आप कितने शक्तिशाली हैं.” बनर्जी दुर्गापुर-बर्धमान लोकसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार कीर्ति आजाद के लिए एक चुनावी रैली में बोल रही थीं.

मुख्यमंत्री ने आगामी चुनावों में भाजपा को हराने की जरूरत पर जोर दिया और राज्य के कुछ इलाकों में संकट के बीच लोगों से जल संरक्षण करने का आग्रह किया. बोलपुर सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार असित मल के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने सवाल किया कि देश भर में भीषण गर्मी के बीच लोकसभा चुनाव सात चरणों में क्यों कराए जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि आम चुनाव का कार्यक्रम “भाजपा को संतुष्ट करने” के लिए बनाया गया है.

तृणमूल प्रमुख ने दावा किया, “पहले, चुनाव प्रक्रिया 2 या 3 मई तक समाप्त हो जाती थी, लेकिन इस साल गंभीर मौसमी स्थितियों के बीच उन्होंने इसे तीन महीने तक खींच दिया है.” बनर्जी ने कहा, “निर्वाचन आयोग ने भाजपा को संतुष्ट करने के लिए तीन महीने के लिए चुनाव की योजना बनाई है.” उन्होंने यह भी कहा कि उनका मकसद लोकसभा चुनाव में “भाजपा को हराना” है.

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