मांडविया ने एम्स रायपुर में क्रिटिकल केयर ब्लॉक की आधारशिला रखी

रायपुर. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में यहां क्रिटिकल केयर ब्लॉक की आधारशिला रखने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 महामारी ने देश में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की कमी को उजागर किया है, तथा इसे कैसे ठीक कर सकते हैं यह भी सिखाया है.

क्रिटिकल केयर ब्लॉक की आधारशिला रखने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत एक क्रिटिकल केयर यूनिट स्थापित करने का निर्णय किया है और इसके लिए 64 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”मोदी जी के नेतृत्व में देश बदल रहा है और आगे बढ़ रहा है. स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बहुत सारे बदलाव हो रहे हैं. हमने कोविड के दौरान बहुत सी चीजें सीखीं.” उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के तहत देश में 1,60,000 से अधिक स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र काम कर रहे हैं, जबकि माध्यमिक देखभाल के लिए जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का काम तेजी से चल रहा है. जहां तक तृतीयक देखभाल का सवाल है, आज देश में 16 एम्स की स्थापना का काम पूरा हो चुका है और कुल मिलाकर 22 (नए) एम्स स्थापित किये जा रहे हैं.”

उन्होंने कहा कि कोविड ने देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में बुनियादी ढांचे की कमी को उजागर किया और बताया कि इसे कैसे पूरा किया जा सकता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ”आज मैंने एम्स रायपुर में क्रिटिकल केयर इकाई की आधारशिला रखी, जो 100 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित की जाएगी.

उन्होंने कहा कि इसमें 100 से अधिक बिस्तर, आॅक्सीजन एवं वेंटिलेटर सुविधाएं होंगी, यह सुविधाएं आपातकालीन और सामान्य स्थितियों के दौरान मदद करेंगी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत अगले चार वर्षों में 750 जिलों में से प्रत्येक में औसतन 100 करोड़ रुपये का निवेश करने का लक्ष्य है. बाद में मांडविया ने एम्स रायपुर के शिक्षकों और छात्रों के साथ बातचीत की तथा उन्हें स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुसंधान एवं नवाचार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया.

Back to top button