माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर गांवों, जंगलों में हवाई हमले का आरोप लगाया, पुलिस ने खंडन किया

रायपुर. प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) ने कथित बयान जारी कर आरोप लगाया है कि सुरक्षा बलों ने बुधवार को छत्तीसगढ़ में दक्षिण बस्तर स्थित गांवों और आसपास के जंगलों में हवाई हमला किया है. हालांकि, छत्तीसगढ़ पुलिस ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि माओवादी स्थानीय आबादी को गुमराह करने के लिए ऐसा कह रहे हैं. बस्तर पुलिस ने कहा कि नक्सलियों की प्रेस विज्ञप्ति की सत्यता के बारे में जानकारी ली जा रही है.

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने बुधवार को एक बयान जारी कर सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की जानकारी दी थी. इसके बाद देर रात माओवादियों ने सोशल मीडिया पर कथित बयान जारी किया. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने बुधवार को बताया था, ‘‘बीजापुर-सुकमा-तेलंगाना के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों के विरूद्ध लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में आज सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन की टुकड़ी हेलीकॉप्टर से ‘फॉरवर्ड आॅपरेंिटग बेस’ भेजी जा रही थी. इस पार्टी के हेलीकॉप्टर से उतरने के दौरान कोबरा बटालियन और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई तथा नक्सली भागने पर मजबूर हो गए.’’

बाद में माओवादियों के दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव गंगा के नाम से जारी एक पन्ने के बयान में दावा किया गया कि छत्तीसगढ़ और तेलंगाना पुलिस के संयुक्त दल ने ड्रोन और हेलीकॉप्टर से मनकनगुड़ा, मेट्टागुड़ा, बोट्टेलोंग, साकिलेर, मड़पादुलेड़, रासापल्ली गांव और अन्य गांव तथा जंगल व पहाड़ों को निशाना बनाकर बमबारी की है.

माओवादियों ने दावा किया है कि इसी तरह का हमला पिछले साल 15 अप्रैल को किया गया था. बयान में कहा गया है कि इस भीषण बमबारी से ग्रामीण अपनी खेतों में नहीं जा पा रहे हैं. बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बृहस्पतिवार को कहा कि भाकपा (माओवादी) के दक्षिण बस्तर डिविजन कमेटी के नाम से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी होने की जानकारी मिली है. प्रेस विज्ञप्ति की प्रामाणिकता और उसमें? लिखित तथ्यों की पुष्टि की कोशिश की जा रही है.

सुंदरराज ने कहा कि प्रथम दृष्टया लग रहा है कि माओवादी स्थानीय आबादी को गुमराह करने और अपने गिरते मनोबल को छुपाने के लिए ऐसा कह रहे हैं. पुलिस महानिरीक्षक ने कहा, ‘‘राज्य पुलिस और बस्तर में तैनात सुरक्षा बल प्रतिबंधित माओवादी संगठन को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. साथ ही लोगों की भलाई और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की नीति के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा.’’

Back to top button