‘भारत जोड़ो यात्रा’ करने वाला शहीद प्रधानमंत्री का बेटा कभी देश का अपमान नहीं कर सकता: प्रियंका

नयी दिल्ली. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने रविवार को कहा कि देश जोड़ने के लिए हजÞारों किलोमीटर चलने वाला और शहीद प्रधानमंत्री का बेटा कभी भी देश का अपमान नहीं कर सकता. वहीं कांग्रेस ने पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराये जाने के खिलाफ रविवार को देशव्यापी प्रदर्शन किया.

वाद्रा यहां महात्मा गांधी की समाधी राजघाट पर एक सभा को संबोधित कर रही थीं. राहुल गांधी को 2019 के एक आपराधिक मानहानि के मामले में सूरत की अदालत ने दोषी करार दिया था, जिसके बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया. वाद्रा ने कहा कि समय आ गया है कि “अहंकारी सरकार” के खिलाफ आवाज उठाई जाए क्योंकि राहुल गांधी को चुनाव लड़ने से रोकना देश और लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सभी राज्यों और जिला मुख्यालयों पर एक दिन का सत्याग्रह कर रही है.

गांधी को शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया था. इससे एक दिन पहले सूरत की एक अदालत ने उन्हें ‘मोदी उपनाम’ संबंधी बयान के मामले में दोषी करार दिया था . चार बार के सांसद 52 वर्षीय राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर अगर ऊपरी अदालत रोक नहीं लगाती है, तो वह आठ साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.

कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि उद्योगपति गौतम अडाणी को लेकर प्रधानमंत्री से सवाल पूछने के लिए राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया गया है और जनता इस कार्रवाई के लिए जिम्मेदार लोगों को करारा जवाब देगी. राजघाट के बाहर ‘संकल्प सत्याग्रह’ में जमा हुए लोगों से वाद्रा ने कहा, ‘‘ मेरे परिवार ने खून से इस देश में लोकतंत्र को सींचा है. हम इस देश में लोकतंत्र के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. कांग्रेस के महान नेताओं ने इस देश में लोकतंत्र की नींव रखी है. अगर उन्हें लगता है कि वे हमें डरा सकते हैं, तो वे गलत हैं. हम नहीं डरेंगे.’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम अब चुप रहने वालों में से नहीं हैं.’’ वाद्रा ने पूछा कि क्या शहीद प्रधानमंत्री का बेटा देश का अपमान कर सकता है और कहा, ‘‘ यह उस प्रधानमंत्री का अपमान है जिसने अपना बलिदान दिया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ आपने एक शहीद के बेटे को देशद्रोही, मीर जाफर कहा, संसद में उसकी मां का अपमान किया. संसद में प्रधानमंत्री पूछते हैं कि यह परिवार ‘नेहरू’ उपनाम का इस्तेमाल क्यों नहीं करता. आपने पूरे परिवार और कश्मीरी पंडितों की परंपरा का अपमान किया है.’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ लेकिन आपके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं होता है या आपको दो साल की सजÞा नहीं मिलती है और आपको कोई अयोग्य नहीं ठहराता है. क्यों?’’ वाद्रा ने कहा कि आज तक वे “हमारे परिवार’ का अपमान करते रहे हैं और ‘‘ हम चुप रहे लेकिन अब और नहीं.’’ उन्होंने पूछा, ‘‘ आप एक शख्स का कितना अपमान करेंगे?’’ उन्होंने साथ में यह भी पूछा कि वनवास पर भेजे गए भगवान राम भी क्या ‘परिवादवादी’ थे .

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि देश की संपत्ति को लूटा जा रहा है और यह एक व्यक्ति को दी गई है. उन्होंने कहा कि यह संपत्ति लोगों की है और इसे कोई नहीं छीन सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘जब अहंकारी तानाशाह पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दे पाते हैं तो वे सवाल पूछने वालों को दबाने की कोशिश करते हैं.’’ वाद्रा ने कहा, ‘‘यह पूरी कैबिनेट, सरकार और सांसद एक व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और जांच नहीं कर रहे हैं. कौन है ये अडाणी जिसका नाम आते ही हर कोई उसके समर्थन में आ जाता है .’’ कांग्रेस नेता पूछा कि क्या यही ‘‘लोकतंत्र की जननी है’’. वाद्रा ने यह भी पूछा कि अर्थव्यवस्था अच्छा कर रही है तो लोग अब भी बेरोजÞगार क्यों हैं .

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जब कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू की थी तो लाखों लोग उनके साथ शामिल हुए. वाद्रा ने कहा, ‘‘ जो शख्स देश को जोड़ने के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चलता है क्या यह व्यक्ति देश का अपमान कर सकता है.’’ अपने भाई का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी चाहते हैं कि गरीबों, युवाओं और महिलाओं को उनका अधिकार मिले और जो उनका है वह उनके हाथों में जाए न कि किसी बड़े आदमी और प्रधानमंत्री के “मित्र” के पास जाए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने हार्वर्ड और कैंब्रिज से पढ़ाई की है जो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय हैं, लेकिन फिर भी वे उन्हें “पप्पू” कहते हैं.

वाद्रा ने कहा, ‘‘ “जब उन्हें पता चला कि वह पप्पू नहीं है और लाखों लोग उनके साथ चल रहे हैं, तो वे संसद में उनके द्वारा उठाए गए सवालों से परेशान हो गए, जिनके जवाब उनके पास नहीं हैं. उन्हें सिर्फ एक व्यक्ति को रोकने के लिए यह सब करना पड़ रहा है.” उन्होंने कहा, ‘‘ इस देश के प्रधानमंत्री कायर हैं. मुझे जेल में डाल दो लेकिन सच तो यह है कि इस देश के प्रधानमंत्री कायर हैं. वह अपनी सत्ता के पीछे छुपे हैं और (वह) अहंकारी हैं. लेकिन देश की परंपरा रही है कि अहंकारी राजा को प्रजा जवाब देती है. यह देश अहंकारी राजा को पहचानता है. यह देश सच्चाई जानता है.’’ वाद्रा ने ‘लोकतंत्र के खतरे’ में होने को लेकर मीडिया से अपनी जिम्मेदारी समझने का भी आग्रह किया है. उन्होंने कहा, “अगर सवाल करने वाले को आठ साल के लिए चुनाव लड़ने से रोक दिया जाता है, तो यह देश या उसके लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. समय आ गया है – ‘डरो मत’.

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