निकहत ने ओलंपिक कोटा और पदक पक्का किया

हांगझोउ. दो बार की विश्व चैम्पियन मुक्केबाज निकहत जरीन ने बिना पसीना बहाये शुक्रवार को यहां एशियाई खेलों में महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंचकर पेरिस ओलंपिक कोटा और पदक पक्का किया. हांगझोउ में निकहत की प्राथमिकता ओलंपिक कोटा हासिल करने की थी और क्वार्टरफाइनल में जोर्डन की नासार हनान पर आरएससी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से जीत से उन्होंने इसे पूरा किया.

एशियाड में अपना तीसरा मुकाबला खेल रही निकहत को जीत दर्ज करने में तीन मिनट से भी कम समय लगा और अब सेमीफाइनल में उनका सामना रविवार को थाईलैंड की दो बार की विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता चुथामात रकसत से होगा. यह 27 साल की मुक्केबाज चार साल पहले तोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए ‘निष्पक्ष ट्रायल’ की मांग करने के बाद से काफी अच्छा कर रही है. तेलंगाना की यह मुक्केबाज अब दो बार की विश्व चैम्पियन, राष्ट्रमंडल खेलों की चैम्पियन और एशियाड पदक विजेता है.

निकहत ने जीत दर्ज करने के बाद कहा, ”मैं क्वार्टरफाइनल मुकाबला जीतकर ओलंपिक कोटा हासिल करने से काफी खुश हूं. मैं सबसे पहले ओलंपिक कोटा हासिल करना चाहती थी और आखिरकार मैंने ऐसा कर लिया. अब मैं स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश करूंगी. ” पिछले दो साल में निकहत ने एक भी मुकाबला नहीं गंवाया है और राष्ट्रमंडल खेलों की मौजूदा चैम्पियन निकहत ने करारे मुक्कों से शुरुआत की और लगातार सटीक मुक्कों से दबदबा जारी रखा.

निकहत का दबदबा इतना था कि रैफरी को जोर्डन की मुक्केबाज को तीन ‘स्टैंडिंग काउंट’ देने के लिए बाध्य होना पड़ा जिसके बाद उन्होंने मुकाबला रोक दिया. विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता परवीन (57 किग्रा) स्थानीय प्रबल दावेदार जिचुन जू को 5-0 से हराकर क्वार्टरफाइनल में पहुंचने में कामयाब रहीं. वहीं लक्ष्य चाहर को 80 किग्रा वर्ग के राउंड 16 में पहले ही दौर के मुकाबले में बाहर हो गये, उन्हें किर्गस्तिान के ओमुरबेक बेकझिगिट उलूलु से 1-4 की हार मिली.

महिलाओं के 50 किग्रा, 54 किग्रा, 57 किग्रा और 60 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल जबकि 66 किग्रा और 75 किग्रा वर्ग के फाइनल में जगह बनाने वाली मुक्केबाज पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करेंगी. पुरुष वर्ग में सात वजन वर्गों से स्वर्ण और रजत पदक विजेताओं को ओलंपिक कोटा मिलेगा.

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