जाति जनगणना को कोई ताकत नहीं रोक सकती, 90% आबादी के लिए ‘न्याय’ जिंदगी का मिशन: राहुल

मोदी डरे हुए हैं, जानते हैं कि चुनाव उनके हाथ से फिसल रहा है : राहुल गांधी

नयी दिल्ली/सोलापुर. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जो अपने आप को देशभक्त कहते हैं वो 90 प्रतिशत लोगों के लिए ‘न्याय’ सुनिश्चित करने वाली जाति आधारित जनगणना के ‘एक्सरे’ के विरोध में खड़े हो गए हैं, लेकिन वे जाति आधारित जनगणना को रोक नहीं सकते.

उन्होंने यहां ‘समृद्ध भारत’ नामक संगठन की ओर से आयोजित सामाजिक न्याय सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता यह भी कहा कि देश की 90 प्रतिशत आबादी के लिए न्याय ”मेरी जिंदगी का मिशन बन गया है.” राहुल गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी उनकी पार्टी के ‘क्रांतिकारी’ घोषणापत्र से घबरा गए हैं.

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में आज 90 प्रतिशत लोगों के साथ भयंकर अन्याय हो रहा है. उन्होंने कहा, ”मैंने ऐसा नहीं कहा कि हम कोई कार्रवाई करेंगे, हमने सिर्फ कहा कि यह पता लगाएंगे कि कितना अन्याय हो रहा है.” कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर किसी को चोट लगी है और वह कहें कि आप एक्सरे करा लीजिए, तो इससे किसी को एतराज तो नहीं होना चाहिए.

राहुल गांधी ने कहा कि जब उन्होंने सिर्फ यह कहा कि पता करते हैं कितना अन्याय है तो यह सारे के सारे खड़े हो गए और कहने लगे कि देश को तोड़ने और बांटने की कोशिश हो रही है. उन्होंने पूछा कि एक्सरे से क्या बंटेगा? फिर उन्होंने खुद ही जवाब देते हुए कहा कि इससे तो 90 प्रतिशत लोगों को पता चलेगा कि उनकी भागीदारी कितनी है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जाति आधारित जनगणना को कोई शक्ति नहीं रोक सकती है क्योंकि हिंदुस्तान के 90 प्रतिशत लोगों को यह बात समझ में आ गई है.

राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सारे के सारे देशभक्तों को यह अच्छा लगना चाहिए…देशभक्त तो न्याय चाहता है, वह अन्याय तो नहीं चाहता है. कांग्रेस नेता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा के लोग अपने आप को देशभक्त कहते हैं लेकिन जातिगत जनगणना के ‘एक्सरे’ से डरते हैं.

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर प्रहार करते हुए कहा, ”मोदी ने देश से 10 साल पहले कहा कि वह ओबीसी हैं. जैसे ही मैंने जाति आधारित जनगणना और एक एक्सरे की बात की तो नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि जाति ही नहीं होती है. अगर जाति नहीं है तो आप ओबीसी कैसे हैं? आपको उसी समय कहना चाहिए था कि मेरी कोई जाति नहीं है.” राहुल गांधी ने कहा कि अगर आप महाशक्ति बनना चाहते हैं, चीन से मुकाबला करना चाहते हैं तो 90 प्रतिशत लोगों की शक्ति का इस्तेमाल तो करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना का ‘एक्सरे’ और न्याय उनके लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह उनकी जिंदगी का मिशन है. राहुल ने कहा कि राजनीति मे समझौता किया जा सकता है, लेकिन मिशन के साथ समझौता नहीं होता. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपने चुनिंदा उद्योगपति मित्रों के 16 लाख करोड़ रुपये माफ किए हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी इस पैसे का थोड़ा हिस्सा 90 प्रतिशत आबादी को देना चाहती है. राहुल गांधी का कहना था कि पहले मीडिया उन्हें गैर-संजीदा नेता कहती थी, जबकि वह उस समय भी गंभीर मुद्दे उठा रहे थे.

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ”मीडिया में मेरे बारे में कहा जाता था कि राजनीति में रुचि नहीं है, गंभीर नहीं है. मनरेगा की बात गंभीर नहीं, जमीन अधिग्रहण विधेयक पर बात गंभीर नही, नियामगिरि गंभीर नहीं, भट्टा परसोल गंभीर नहीं. अमिताभ बच्­चन, ऐश्­वर्या राय, विराट कोहली (पर बात) गंभीर.” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि जब भी कोई 90 प्रतिशत आबादी की बात करता है वह गैर-संजीदा हो जाता है.

मोदी डरे हुए हैं, जानते हैं कि चुनाव उनके हाथ से फिसल रहा है : राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डरे हुए हैं और जानते हैं कि मौजूदा आम चुनाव उनके हाथ से फिसल रहा है. गांधी यहां सोलापुर से कांग्रेस उम्मीदवार प्रणीति शिंदे और उसकी गठबंधन सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के धैर्यशील मोहिते पाटिल के समर्थन में एक चुनावी रैली में बोल रहे थे. पाटिल पड़ोसी माधा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा, ह्लन्याय होना ही चाहिए. मोदी ने भारत को अन्याय की राजधानी बना दिया है. वह डरे हुए हैं क्योंकि उन्हें पता है कि चुनाव उनके हाथ से फिसल रहा है. उन्हें पता है कि चुनावी बॉण्ड मामले के कारण चुनाव के बाद उन्हें परेशानी होगी. यही कारण है कि वह लगातार झूठ बोल रहे हैं, लेकिन इस बार वह बच नहीं पाएंगे.ह्व उन्होंने कहा कि लोगों को एहसास हो गया है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करनी है और प्रधानमंत्री इस बात से अवगत हैं. गांधी ने यह भी दावा किया कि मोदी ह्लअरबपतियों के नेताह्व हैं, गरीबों के नहीं.

कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं, लेकिन जब कांग्रेस ने जातिगत जनगणना की मांग की, तो उन्होंने कहना शुरू कर दिया कि भारत में कोई जाति नहीं है, तथा केवल अमीर और गरीब हैं. गांधी ने पूछा, ह्लअगर ऐसा है तो वह खुद को ओबीसी क्यों कहते हैं.ह्व उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव कोई पहले जैसा चुनाव नहीं है और दावा किया कि भाजपा संविधान को खत्म करना चाहती है.

कांग्रेस नेता ने कहा, ह्लइसका (भाजपा का) उद्देश्य सिर्फ चुनाव जीतना नहीं है, बल्कि संविधान को नष्ट करना है. ‘इंडिया’ गठबंधन हमारे लोकतंत्र को बचाएगा और संविधान की रक्षा करेगा.ह्व गांधी ने कहा कि भाजपा सांसदों ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि अगर उनकी पार्टी एक और कार्यकाल जीतती है तो संविधान बदल दिया जाएगा और संविधान के बिना गरीबों, किसानों और मजदूरों के लिए कुछ भी नहीं बचेगा.

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