छात्राओं को मुफ्त सेनिटरी पैड देने के सवाल पर अधिकारी ने कहा, तब तो निरोध भी मुफ्त देना होगा

पटना/नयी दिल्ली. . बिहार की स्कूली छात्राओं के लिए मुफ्त सेनेटरी पैड के सवाल पर महिला विकास निगम की महाप्रबंधक हरजोत कौर बमराह के मुफ्त निरोध देने संबंधी जवाब से संबंधित एक वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि मामले को देखा जा रहा है और कार्रवाई की जाएगी.

यूनिसेफ सेव द चिल्ड्रन और प्लान इंटरनेशनल के तहत पटना में 27 सितम्बर को ‘‘सशकक्­त बेटी समृद्ध बिहार’’ पर विभिन्­न हितधारकों के साथ आयोजित एक राज्य स्तरीय कार्यशाला में शामिल एक छात्रा के यह पूछे जाने पर कि पोशाक और छात्रवृति की तरह क्या सरकार स्कूलों में छात्राओं को 20-30 रुपए का मुफ्त सेनेटरी पैड नहीं दे सकती, इस पर बमराह् ने पूछा कि क्या इस मांग का कोई अंत है.

भारतीय प्रशासनिक सेवा की बिहार कैडर की अधिकारी बमराह ने कहा, ‘‘20-30 रुपए का सेनेटरी पैड दे सकते हैं. कल जींस पैंट दे सकते हैं. परसों सुंदर जूते क्यों नहीं दे सकते हैं. नरसों को वो नहीं कर सकते, और अंत में परिवार नियोजन की बात आएगी तो निरोध भी मुफ्त में देना पड़ेगा, है न .’’ छात्रा के यह कहे जाने पर कि सरकार के हित में जो है उसे देना चाहिए, बमराह ने कहा, ‘‘सरकार से लेने के लिए तुम्हे जरूरत क्या है. अपने आपको इतना संपन्न करो.’’ उन्होंने कहा कि यह जो सोच है कि सरकार हमें 20-30 रुपए नहीं दे सकती है. यह गलत है. सरकार बहुत कुछ दे रही है.’’

छात्रा के यह कहे जाने पर कि जब हमसे वोट लेने आते हैं तो उस समय नहीं…, इस पर बीच में ही रोक कर बमराह ने कहा, ‘‘यह बेवकूफी की इंतहा है. मत दो वोट. चली जाओ पाकिस्तान.’’ इस पर छात्रा ने कहा, ‘‘मैं हिन्दुस्तान में हूं तो, पाकिस्तान क्यों जाऊं.’’ बमराह् ने छात्रा से पूछा कि वोट क्या तुम पैसों के एवज में देती हो या सुवाधिओं के एवज में देती हो. बताओ.’’ राष्ट्रीय महिला आयोग ने वरिष्ठ नौकरशाह से उनके इस तरह के ‘‘असंवेदनशील’’ आचरण के लिए स्पष्टीकरण मांगा है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अधिकारी के बयान को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की नोटिस के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आज सुबह ही पता चला तो हमने इसके बारे में पूरी जानकारी ली है. लड़कियों के अपमान का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है. राज्य सरकार लड़कियों एवं महिलाओं की पूरी मदद कर रही है. इस मामले में हमलोग एक-एक चीज को देख रहे हैं. कार्रवाई होगी, आपलोग ंिचता मत कीजिए.’’ जन अधिकार पार्टी के संस्थापक और पूर्व संसाद राजेश रजंन उर्फ पप्पू यादव ने ट्वीट कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा, ‘‘नीतीश जी, सरकार की एक वरिष्ठ महिला अधिकारी भाजपा-संघ संक्रमण से संक्रमित है. अपना हकÞ मांगने पर बिहार की बेटियों को पाकिस्तान भेजने की धमकी देती हैं. उन्हें मानसिक संक्रमण से मुक्त करने के लिए समुचित प्रशासनिक उपचार आवश्यक है .’’

इस बीच बमराह ने बयान जारी कर कहा है कि कार्यशाला में उनके द्वारा कही गई बातों में कुछ शब्दों के कारण अगर किसी बालिका या प्रतिभागी की भावनाओं को ठेस पहुँची है तो इसके लिए वे खेद व्यक्त करती हैं. इसका उद्देश्य किसी को नीचा दिखाने या किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का नहीं था बल्कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना था.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से सेनेटरी पैड के लिए 300 रूपये की राशि भी उपलब्ध करायी जाती है ताकि माहवारी के स्वच्छ प्रबंधन में बालिकाओं को सहायता मिल सके. बमराह ने कहा कि महिला बाल विकास निगम द्वारा माहवारी प्रबंधन एवं स्वच्छता कार्यक्रम के तहत उच्च एवं माध्यमिक विद्यालयों में सेनेटरी पैड वेंंिडग मशीन एवं सेनेटरी पैड के निस्तारण के लिए भी मशीन दिये जाने का निर्णय लिया गया है, जिसका क्रियान्वयन शीघ्र ही किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विद्यालयों में बालिकाओं के लिये अलग शौचालय की व्यवस्था की गई है.

सेनेटरी नैपकिन को लेकर छात्रा पर टिप्पणी, महिला आयोग ने IAS अफसर से मांगा स्पष्टीकरण

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी से, सस्ते सेनेटरी नैपकिन के बारे में पूछने वाली एक छात्रा पर उनकी ‘‘अनुचित और बेहद आपत्तिजनक’’ टिप्पणी को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है. मीडिया में आई खबरों के अनुसार, जब बिहार की छात्रा ने पूछा कि सरकार सेनेटरी पैड क्यों नहीं दे सकती, तो आईएएस अधिकारी हरजोत कौर भामरा ने जवाब दिया, ‘‘कल, आप परिवार नियोजन की आयु प्राप्त कर लेंगी और आप उम्मीद करेंगी कि सरकार ‘निरोध’ (कंडोम) भी प्रदान करे.’’

एनसीडब्ल्यू के मुताबिक, उसने पाया है कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे शख्स का ऐसा ‘‘असंवेदनशील रवैया’’ निंदनीय और बेहद शर्मनाक था. महिला आयोग ने एक बयान में कहा, ‘‘एनसीडब्ल्यू ने इस मामले पर संज्ञान लिया है. अध्यक्ष रेखा शर्मा ने आईएएस हरजोत कौर भामरा को पत्र लिखकर उनकी अनुचित और बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी के लिये स्पष्टीकरण मांगा है.’’

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