विपक्ष का गठबंधन बिना दर्शक वाला घूमता सिनेमा: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी
संसद के विशेष सत्र के एजेंडे में 'महत्वपूर्ण विषय' : केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी
बेंगलुरु. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का मजाक उड़ाते हुए उसकी तुलना ‘यात्रा कर रहे बिना दर्शक वाले टॉकीज’ से की. विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए जोशी ने कहा कि ”यह भ्रम और विरोधाभासों का पुलिंदा है”.
केंद्रीय मंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”…और उनका एजेंडा क्या है? एजेंडा यह नहीं है कि हम देश के लिए कुछ अच्छा करने वाले हैं. एजेंडा यह है कि ‘मोदी को हराओ’. कोई भी पार्टी या गठबंधन नकारात्मक अभियान के साथ सफल नहीं होगा.” उन्होंने विपक्षी गठबंधन की शुक्रवार को मुंबई में हो रही बैठक और पटना तथा बेंगलुरु में हो चुकी बैठकों का जिक्र करते हुए कहा, ”यह यात्रा करने वाले टॉकीज की तरह है, जिसमें सिनेमा दिखाया जा रहा है, लेकिन दर्शक नहीं है. दर्शक नहीं हैं, इसलिए एक जगह पर एक शो होता है, फिर दूसरा शो दूसरी जगह होता है.”
जोशी ने कहा, ”यात्रा करने वाला टॉकीज खाली है. अंतत: कोई असर नहीं पड़ने वाला. अब तक तीन बैठकें हुई हैं, लेकिन अभी तक वे अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंच सके हैं. यह (तो) उनकी हालत है.” उन्होंने कहा, ”लोग इसलिए भी उन पर भरोसा नहीं करते, क्योंकि आम आदमी पार्टी पहले से कांग्रेस के खिलाफ बोल रही है, कम्युनिस्ट भी कांग्रेस के खिलाफ बोल रहे हैं और कांग्रेस तथा कम्युनिस्ट मिलकर ममता बनर्जी के विरुद्ध हैं और स्वयं ममता भी कांग्रेस के विरुद्ध बोल रही हैं.”
संसद के विशेष सत्र के एजेंडे में ‘महत्वपूर्ण विषय’ : केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को कहा कि संसद के 18 से 22 सितंबर तक आहूत ‘विशेष सत्र’ के एजेंडे में ”महत्वपूर्ण विषय’ हैं और इसके बारे में जल्द ही जानकारी जारी की जायेगी. जोशी ने विशेष सत्र के एजेंडे का ब्यौरा देने से मना कर दिया और कहा कि इसकी तैयारी अंतिम चरण में है.
संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने टेलीफोन पर सम्पर्क करने पर ‘पीटीआई भाषा’ से कहा ” संसद सत्र बुलाया गया है और कई महत्वपूर्ण विषय हैं. एजेंडा जल्द जारी किया जायेगा.” उन्होंने कहा,” इसके लिए पर्याप्त समय है और एजेंडा जारी करने के लिए जरूरी समय का पालन किया जायेगा.” केंद्र सरकार ने ‘अमृत काल’ के बीच 18 से 22 सितंबर तक ‘संसद का विशेष सत्र’ बुलाया है जिसमें पांच बैठकें होंगी. संसद का विशेष सत्र (17वीं लोकसभा का 13वां सत्र और राज्यसभा का 261वां सत्र) 18 से 22 सितंबर को बुलाया गया है.
मोदी सरकार के अब तक के नौ वर्षो से अधिक के कार्यकाल में पहली बार संसद का ऐसा विशेष सत्र बुलाया गया है. इससे पहले हालांकि ”जीएसटी” के लागू होने के अवसर पर 30 जून 2017 की मध्यरात्रि को लोकसभा और राज्यसभा का संयुक्त सत्र आहूत किया गया था.
आमतौर पर संसद के तीन सत्र होते हैं. इसमें बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र शामिल हैं. विशेष परिस्थितियों में संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने का प्रावधान है. संसद का मानसून सत्र 11 अगस्त को समाप्त हुआ था.