हजारों जख्म देकर भारत को लहूलूहान करने का प्रयास कर रहा पाकिस्तान : राजनाथ

श्रीनगर/नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान ‘हजारों जख्म देकर भारत को लहूलूहान करने’ के अपने रवैये से जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की लगातार कोशिश कर रहा है. साथ ही, उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि भारत की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया तो इसका करारा जवाब दिया जाएगा.

सिंह ने बारामूला जिले में सुरक्षा बलों को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘‘हमारे पड़ोसी (पाकिस्तान) ने हमेशा भारत-विरोधी गतिविधियों का सहारा लिया है. राज्य में पहले भी आतंकी गतिविधियां देखी गई हैं. पाकिस्तान हजार जख्म देकर भारत को लहूलूहान करने के अपने रवैये से देश में शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है.’’ रक्षा मंत्री केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए दो-दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे हैं.

सिंह ने हालांकि, राष्ट्र को आश्वस्त किया कि अगर कभी भी देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई, तो सशस्त्र बल इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे. सुरक्षाबलों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हाल में सशस्त्र बलों, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अथक प्रयासों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गयी है.

सिंह ने कहा, ‘‘हमारे सुरक्षा बल इस देश के लिए एक ऐसा सुरक्षा कवच हैं जिसे जो भी इसे तोड़ने की कोशिश करता है, वह अपना ही खून बहाता है. देश को हमारे सुरक्षा बलों पर बहुत भरोसा है, जो किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.’’ रक्षा मंत्री ने अग्रिम इलाकों का भी दौरा किया और सीमा पर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया.

रक्षा मंत्री के साथ थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, उत्तरी कमान के जनरल आॅफिसर कमांंिडग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, 15 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एएस औजला और 19 इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल अजय चांदपुरिया भी मौजूद थे.

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि रक्षा मंत्री को सशस्त्र बलों की अभियान संबंधी तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई.
सिंह ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी अपनी जिम्मेदारियों को कुशलतापूर्वक निभाने के लिए सुरक्षा बलों की सराहना करते हुए उनकी वीरता और उत्साह को उल्लेखनीय बताया.

उन्होंने अदम्य साहस और समर्पण के साथ देश की सेवा करने और लोगों, विशेषकर युवाओं में राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करने के लिए सुरक्षार्किमयों की सराहना भी की. रक्षा मंत्री का शुक्रवार को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में जवाहर पर्वतारोहण और शीतकालीन खेल संस्थान का दौरा करने का कार्यक्रम है. उनकी यात्रा के दौरान उन्हें दक्षिण कश्मीर क्षेत्र में आतंकवाद-रोधी अभियानों के बारे में भी जानकारी दिए जाने की संभावना है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘गलवान के वीर शहीदों’ को श्रद्धांजलि दी

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में दो वर्ष पहले शहीद हुए सैनिकों को बृहस्पतिवार को श्रद्धांजलि दी. इस घटना के कारण भारत और चीन के बीच पिछले कुछ दशकों में सबसे गंभीर सैन्य टकराव की स्थिति बन आई थी.
रक्षामंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘गलवान के उन वीर सपूतों को याद कर रहा हूं, जो देश के सम्मान की खातिर वीरतापूर्वक लड़े और 15-16 जून, 2020 को अपनी जान न्योछावर कर दी. उनके साहस, बहादुरी और सर्वोच्च त्याग को कभी भूला नहीं जा सकता. मैं उन वीर-बांकुरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.’’ सिंह फिलहाल जम्मू-कश्मीर की अपनी दो-दिवसीय यात्रा पर हैं.

गलवान घाटी में हुए संघर्ष के मद्देनजर पूर्वी लद्दाख सीमा पर गतिरोध काफी बढ़ गया था. गलवान घाटी में हुए संघर्ष में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे. पिछले वर्ष फरवरी में चीन ने आधिकारिक तौर पर यह माना था कि गलवान घाटी में हुए संघर्ष में पांच चीनी सैनिक मारे गये थे. हालांकि, यह माना जाता है कि मारे गये चीनी सैनिकों की संख्या इससे अधिक थी. भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में गतिरोध मई 2020 की शुरुआत में प्रारंभ हुआ था.

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