खालिस्तान समर्थक तत्वों के खिलाफ संसद दे सख्त संदेश: प्रियंका चतुर्वेदी

नयी दिल्ली. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के एक सदस्य ने विदेशी धरती पर खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों में वृद्धि पर मंगलवार को राज्यसभा में चिंता जताई और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि खालिस्तानी आतंकवादियों को विदेशी धरती पर तेजी से प्रोत्साहित किया जा रहा है और वे देश के लिए खतरा बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि संसद के माध्यम से एक कड़ा संदेश दिए जाना चाहिए कि भारत ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा.

उन्होंने कहा, ”हमें उनकी धमकियों पर ध्यान देने और उसके अनुसार समुचित कदम उठाने की जरूरत है. इन्हीं (आतंकवाद के) कारणों से कनाडा के साथ हमारे संबंध खराब हो गए थे और हमारे राजनयिकों को धमकी दी जा रही थी.” उन्होंने कहा, ”हमें अपनी संसद के माध्यम से उन्हें एक कड़ा संदेश देने की जरूरत है कि इस तरह की गतिविधियां हमें स्वीकार्य नहीं हैं और हम इस देश के हर एक नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर कदम उठाएंगे….” चतुर्वेदी ने कहा कि ऐसे आतंकवादियों को भारत वापस लाना चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.

उन्होंने कहा, ”हमें इस पर कार्रवाई करनी चाहिए और इस पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए.” उनकी चिंता पर प्रतिक्रिया देते हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, ”यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और मैं सदन के नेताओं के साथ चर्चा करूंगा ताकि इस सदन से एक आवाज पूरी दुनिया में जा सके.” इससे पहले सभापति ने नियम 267 के तहत कांग्रेस सदस्य प्रमोद तिवारी द्वारा दिए गए स्थगन नोटिस को खारिज कर दिया.

शून्यकाल के दौरान जनता दल (यूनाइटेड) के रामनाथ ठाकुर ने देश भर में 500 रुपये प्रति सिलेंडर पर रसोई गैस सिलेंडर प्रदान करने की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ चुनाव में 500 रुपये में सिलेंडर देने का वादा किया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत 903 रुपये है और अन्य शहरों में इसकी कीमत अलग-अलग है.

उन्होंने कहा, ”मेरी मांग है कि सरकार को पूरे देश में 500 रुपये प्रति सिलेंडर की दर से सिलेंडर उपलब्ध कराना चाहिए.” तृणमूल कांग्रेस के समीरुल इस्लाम ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों के लिए कल्याणकारी कार्यक्रम शुरू करने की जरूरत है. उन्होंने देश भर में प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा का मुद्दा भी उठाया.

भाजपा के कैलाश सोनी ने मांग की कि माध्यमिक विद्यालय और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए सैन्य प्रशिक्षण अनिवार्य किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे भारतीय छात्रों की शारीरिक तंदुरूस्ती और स्वास्थ्य में भी मदद मिलेगी. तृणमूल कांग्रेस के प्रकाश चिक बड़ाईक ने कहा कि भविष्य निधि को आधार से नहीं जोड़े जाने के कारण पश्चिम बंगाल में चाय बागान श्रमिकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

उन्होंने कहा, ”इस वजह से श्रमिकों को उनकी पेंशन नहीं मिल रही है. मैं केंद्र सरकार से इस समस्या का समाधान निकालने का आग्रह करता हूं.” बीजू जनता दल (बीजद) के अमर पटनायक ने ओडिशा में भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय परिसर स्थापित करने की मांग करते हुए कहा कि राज्य की तटरेखा पर्याप्त लंबी है.

बीजू जनता दल के ही निरंजन बिशी ने केन्द्र से हथकरघा क्षेत्र को जीएसटी से छूट देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इससे कपड़ा क्षेत्र के लाखों कामगारों की आय प्रभावित हो रही है. इससे पहले सभापति ने राकांपा नेता शरद पवार और केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन को उनके जन्मदिन की बधाई दी.

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