भारत से उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर खरीदने का इच्छुक है फिलीपीन

नयी दिल्ली. ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल की तीन बैटरी की खरीद के लिए 30.75 करोड़ डॉलर के सौदे पर मुहर लगाने के कुछ महीने बाद फिलीपीन अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ाने के लिए भारत से उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर खरीदने पर विचार कर रहा है. दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ दशकों से चल रहे क्षेत्रीय विवादों के साथ-साथ अन्य समुद्री सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए फिलीपीन अपनी सेना के आधुनिकीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.

रक्षा प्रतिष्ठान के शीर्ष अधिकारियों ने रविवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि फिलीपीन ने अपने पुराने हेलीकॉप्टर बेड़े को बदलने के लिए कई उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) की खरीद में दिलचस्पी दिखाई है. पता चला है कि दोनों पक्ष प्रस्तावित सौदे पर बातचीत कर रहे हैं. स्वदेशी रूप से विकसित नयी पीढ़ी का एएलएच हेलीकॉप्टर 5.5 टन भार वर्ग में दो इंजन वाला बहु-उद्देश्यीय हेलीकॉप्टर है और इसे विभिन्न सैन्य अभियानों के लिए उपयुक्त माना जाता है.

अधिकारियों ने कहा कि फिलीपीन स्वदेशी रूप से विकसित भारत के हल्के लड़ाकू विमान ‘तेजस’ के प्रदर्शन से प्रभावित हुआ है और इसे खरीदने पर विचार कर सकता है क्योंकि फिलीपीन अपने लड़ाकू विमानों के बेड़े को बदलना चाहता है. फिलीपीन दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र में भारत का एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार है और पिछले कुछ वर्षों में द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा संबंधों में मजबूती आई है, खासकर समुद्री क्षेत्र में.

फिलीपीन ने जनवरी में ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल की तीन बैटरी की खरीद के लिए भारत के साथ 30.75 करोड़ डॉलर का सौदा किया था.
भारत ने मार्च में फिलीपीन के साथ एक रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें रक्षा हार्डवेयर और उपकरणों की आपूर्ति के लिए सरकार से सरकार के बीच सौदे शामिल हैं.

तेजस विमान पहले ही मलेशिया के लिए शीर्ष पसंद के रूप में उभरा है क्योंकि देश अपने पुराने लड़ाकू विमानों के बेड़े को बदलने पर विचार कर रहा है. चीन के जेएफ-17 जेट, दक्षिण कोरिया के एफए-50 और रूस के मिग-35 के साथ-साथ याक-130 से कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद मलेशिया ने भारतीय विमानों में दिलचस्पी दिखाई है.

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित तेजस, एकल इंजन और बहुउद्देश्यीय सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है जो उच्च-जोखिम वाले हवाई क्षेत्र में संचालन करने में सक्षम है. पिछले साल फरवरी में, रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना के लिए 83 तेजस लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था.

सूत्रों ने कहा कि भारत अपने नागरिक और सैन्य विमान संबंधी सेवाएं प्रदान करने के लिए फिलीपीन में एक ‘एमआरओ’ (रखरखाव और मरम्मत) सुविधा स्थापित करने का भी इच्छुक है. एक अधिकारी ने कहा, ‘‘कई परियोजनाओं पर बातचीत चल रही है.’’

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