प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में 10 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया

रायपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लगभग 7,600 करोड़ रुपये की 10 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया और कहा कि केंद्र उन लोगों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान कर रहा है जो पिछले कई दशकों से अन्याय और सुविधाओं की कमी का सामना कर रहे हैं.

राजधानी रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य के कांकेर जिले के अंतागढ़ और रायपुर के बीच एक नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और राज्य में लाभार्थियों को केंद्र की आयुष्मान भारत योजना के कार्ड के वितरण की शुरुआत की.
छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं.

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ को आज बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में सात हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाएं मिल रही हैं और इन नई परियोजनाओं से राज्य के लोगों के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर खुलेंगे तथा उनका जीवन आसान होगा. इससे राज्य में व्यावसायिक गतिविधियों के लिए एक वातावरण बनेगा और विकास को गति मिलेगी.

उन्होंने कहा, ”भारत में देखा गया है कि जहां बुनियादी ढांचा कमजोर रहा वहां विकास भी देरी से पहुंचा. इसलिए आज भारत उन क्षेत्रों में भी अधिक बुनियादी ढांचा विकसित कर रहा है जो विकास की दौड़ में पीछे रह गए. इससे वहां लोगों के जीवन में आसानी होगी. व्यापार कारोबार में आसानी होगी. रोजग़ार के नए अवसरों का निर्माण होगा.” प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र उन लोगों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान कर रहा है जो पिछले कई दशकों से अन्याय और सुविधाओं की कमी का सामना कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि रेल लाइनें और सड़क नेटवर्क गरीबों, दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की बस्तियों को जोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि आधुनिक बुनियादी ढांचे का विकास छत्तीसगढ़ में भी देखा जा सकता है, जहां पिछले नौ वर्षों में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत राज्य के हजारों आदिवासी बाहुल्य गांवों तक सड़क संपर्क का विस्तार हुआ है.

प्रधानमंत्री ने कहा, ”केंद्र सरकार ने यहां करीब साढ़े तीन हज.ार किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना शुरू की है इसमें से लगभग तीन हज.ार किलोमीटर की परियोजनाएं पूरी हो गई है.” उन्होंने कहा कि नौ साल पहले छत्तीसगढ़ में माओवादी हिंसा से प्रभावित 20 प्रतिशत से अधिक गांवों में नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं थी, लेकिन आज यह घटकर छह प्रतिशत हो गया है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसान और मजदूर इसके सबसे बड़े लाभार्थी हैं.

मोदी ने कहा, ”केंद्र दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी के लिए सात सौ से अधिक मोबाइल टावर स्थापित कर रहा है और जिनमें से तीन सौ स्थापित किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि जिन गांवों में पहले मोबाइल फोन शांत हो जाते थे, अब वहां फोन बजते हैं.” उन्होंने कहा, ”यह सभी उपाय सामाजिक न्याय हैं. यह ‘सबका साथ, सबका विकास’ है.” उन्होंने दो निर्माणाधीन इकोनॉमिक कॉरिडोर रायपुर-धनबाद कॉरिडोर और रायपुर-विशाखापट्टनम इकोनामिक कॉरिडोर का उल्लेख करते हुए कहा कि ये परियोजनाएं पूरे क्षेत्र की किस्मत बदल देंगी.

उन्होंने कहा कि इकोनॉमिक कॉरिडोर उन आकांक्षी जिलों से होकर गुजर रहे हैं जिन्हें कभी पिछड़ा कहा जाता था और जहां कभी हिंसा और अराजकता का बोलबाला था. प्रधानमंत्री ने कहा कि रायपुर-विशाखापट्टनम इकोनामिक कॉरिडोर, जिसकी उन्होंने शुक्रवार को आधारशिला रखी, दो शहरों के बीच की दूरी कम कर देगा.

उन्होंने यह भी कहा कि छह लेन वाला रायपुर-विशाखापत्तनम कॉरिडोर धमतरी के धान बेल्ट, कांकेर के बॉक्साइट बेल्ट और कोंडागांव के हस्तशिल्प की समृद्धि को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेगा. प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि इस कॉरिडोर पर वन्यजीवों की सुविधा के लिए सुरंगों और पशु मार्गों का निर्माण किया जाएगा क्योंकि यह कॉरिडोर वन्यजीव क्षेत्रों से होकर गुजरेगा. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के 33 किलोमीटर लंबे रायपुर-कोडेबोड़ खंड के चार लेन और एनएच-130 के 53 किलोमीटर लंबे चार लेन वाले बिलासपुर-पथरापाली खंड का लोकार्पण किया.

प्रधानमंत्री मोदी ने इसके साथ ही रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारे के अंतर्गत छह लेन वाले झांकी-सरगी खंड (43 किलोमीटर), सरगी-बासनवाही (57 किलोमीटर) और बसनवाही-मारंगपुरी खंड (25 किलोमीटर) का शिलान्यास किया. वहीं कोरबा में 136 करोड़ रुपये की लागत से बने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के एक एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का भी लोकार्पण किया.

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने ‘आयुष्मान भारत परियोजना’ के तहत लाभार्थियों को कार्ड के वितरण की शुरुआत की तथा अंतागढ़ (कांकेर जिला) से रायपुर के लिए एक नयी ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. बारिश में ही साइंस कॉलेज मैदान में कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, उप मुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह शामिल हुए.

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी विशेष विमान से सुबह लगभग साढ़े 10 बजे रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पहुंचे, जहां पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया. विमानतल में स्वागत के बाद प्रधानमंत्री मोदी हेलीकॉप्टर में सवार होकर साइंस कॉलेज मैदान स्थित कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हो गए.

प्रधानमंत्री मोदी के पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के हेलीपैड पहुंचने पर राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनकी अगवानी की. उन्होंने प्रधानमंत्री को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री को स्मृति चिन्ह के रूप में छत्तीसगढ़ के कारीगरों द्वारा तैयार अंगवस्त्रम और ‘श्रीअन्न’ (मोटे अनाज) की टोकरी भेंट की.

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