प्रधानमंत्री मोदी संविधान खत्म करने के लिए व्यवस्थित अभियान चला रहे हैं: कांग्रेस

कांग्रेस ने मप्र में महाकाल लोक भ्रष्टाचार, दलितों एवं आदिवासियों के खिलाफ अपराध का मुद्दा उठाया

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बाबासाहेब बी. आर. आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को खत्म करने के लिए एक व्यवस्थित अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव आंबेडकर की इस शानदार उपलब्धि को संरक्षित करने से जुड़ा है. रविवार को अंबेडकर की जयंती मनाई गई.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”आज हमारा देश बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ. बी. आर आंबेडकर की जयंती वैसे वक्त में मना रहा है, जब संविधान को खत्म करने की आवाजें तेज होने लगी हैं. यह निस्संदेह उस व्यवस्थित अभियान का हिस्सा है जिसे कोई और नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चलाया है.”

उन्होंने कहा, ”रणनीति सरल है लेकिन पाखंड से भरी है: उस विरासत को कायम रखने का दिखावा करते रहना और पिछले दरवाजे से उसे रोजाना कमजोर करते रहना तथा ढोल पीटने वालों से नये संविधान की मांग करवाना.” कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की और महाराष्ट्र के नागपुर में दीक्षाभूमि का दौरा किया, जहां बाबासाहेब ने बौद्ध धर्म अपनाया था.

खरगे ने नागपुर से अपनी तस्वीरें साझा करते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”आज, बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती के शुभ अवसर पर, हमने नागपुर की ऐतिहासिक दीक्षाभूमि पर फिर से संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लिया.” उन्होंने कहा, ”संविधान को बचाने के लिए पूरे देश को एकजुट होना होगा.” कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पूर्वाह्न कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एकमात्र उद्देश्य संविधान की मूल संरचना को बदलना है और यही कारण है कि पार्टी के नेता “400 पार” की बात करते रहते हैं.

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने आश्चर्य जताया कि अगर प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी संविधान की मूल संरचना को नहीं बदल पाएगा, तो भाजपा उन नेताओं को निष्कासित क्यों नहीं करती जिन्होंने इससे उलट बात कही है. मोदी ने पहले कहा था कि अगर आंबेडकर खुद भी आ जाएं तो भी संविधान के बुनियादी ढांचे को नहीं बदल पाएंगे.

कांग्रेस ने मप्र में महाकाल लोक भ्रष्टाचार, दलितों एवं आदिवासियों के खिलाफ अपराध का मुद्दा उठाया

ऐसे दिन जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव प्रचार के लिए मध्य प्रदेश पहुंचे तो कांग्रेस ने रविवार को उनसे कई सवाल किये और पूछा कि महाकाल लोक भ्रष्टाचार की जांच का क्या हुआ और उसका कुछ ”अता-पता क्यों नहीं है?” साथ ही कांग्रेस ने सवाल किया कि भाजपा शासित राज्य में दलितों के ख.लिाफ. अपराध दर क्यों ”सबसे ज़्यादा” है? कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री से मध्य प्रदेश में आदिवासी समुदायों को “न्याय प्रदान करने” के संबंध में उनकी पार्टी द्वारा उठाए गए कदमों पर सवालिया निशान लगाया.

रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”आज प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश जा रहे हैं. ये हैं उनसे आज के हमारे तीन सवाल : महाकाल लोक भ्रष्टाचार की जांच का क्या हुआ? मध्य प्रदेश में दलितों के ख.लिाफ. अपराध दर सबसे ज़्यादा क्यों है? क्यों ऐसे अपराध लगातार बढ़ रहे हैं? क्यों मध्य प्रदेश सरकार आदिवासी समुदायों को न्याय से वंचित रखने पर अड़ी है?” कांग्रेस नेता रमेश ने कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी ने 11 अक्टूबर, 2022 को 850 करोड़ रूपये के महाकाल लोक कॉरिडोर का उद्घाटन किया था. इतनी अधिक लागत के बावजूद, मई 2023 में स्प्तितषयों की सात “मूर्तियों” में से छह केवल कुछ ही देर के लिए आए एक तूफान में टूट गईं.”

उन्होंने कहा, ”पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने इस योजना के लिए 350 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद लागत बढ़कर 850 करोड़ रुपये हो गई. फिर भी यह परियोजना एक तूफ.ान का भी सामना नहीं कर पायी.” उन्होंने कहा, ”मध्यप्रदेश की सरकार के लोकायुक्त ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए थे. इस घटना को अब लगभग 10 महीने बीत चुके हैं. लोकायुक्त जांच का क्या हुआ? किसी को ज.म्मिेदार क्यों नहीं ठहराया गया? क्या प्रधानमंत्री मोदी एक बार फ.रि भाजपा पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को दबा रहे हैं?” रमेश ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में दलितों के ख.लिाफ. अपराध दर देश में सबसे अधिक है.

उन्होंने दावा किया कि 2021 में (जिसका सबसे ताज.ा डेटा उपलब्ध है), अनुसूचित जाति के ख.लिाफ. अपराध दर 63.6 थी, जबकि राष्ट्रीय औसत 25.3 है. उन्होंने कहा कि राज्य में 2019 और 2020 में भी दलितों के ख.लिाफ. उच्च अपराध दर थी. इस अवधि में यह राष्ट्रीय औसत 22.8 और 25 के मुक.ाबले क्रमश? 46.7 और 60.8 थी.

उन्होंने कहा, ”दरअसल, दलितों के ख.लिाफ. अपराध की दर साल-दर-साल बढ़ी है. मध्य प्रदेश में भाजपा लगभग दो दशक से अधिक समय से सत्ता में है. ऐसा क्यों है कि दलितों में अपनी सुरक्षा को लेकर डर बढ़ रहा है?” रमेश ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकारें भारतीय इतिहास की सबसे ज़्यादा आदिवासी विरोधी सरकारों में से एक रही हैं क्योंकि उन्होंने सामुदायिक वन अधिकार (सीएफआर) के तहत प्रदान किए गए अधिकारों में से केवल दसवें हिस्से को मान्यता दी है. उन्होंने कहा कि ऐसा होने से आदिवासी समुदायों को आर्थिक कठिनाई और तरह-तरह के नुक.सान का सामना करना पड़ रहा है.

कांग्रेस नेता रमेश ने दावा किया कि स्थानीय आदिवासी समुदायों के लगातार विरोध के बावजूद, 900 से अधिक ‘वन गांव’, कहीं अधिक स्वतंत्रता वाले नियमित ‘राजस्व गांव’ होने के बजाय, वन विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में बने हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि कांग्रेस ने हमेशा डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान किया लेकिन उनकी सरकार ने उनका सम्मान किया है.
भारत के संविधान निर्माता आंबेडकर की जयंती रविवार को मनायी जा रही है. मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने कभी भी आदिवासियों के योगदान को मान्यता नहीं दी, लेकिन भाजपा सरकार ने उन्हें पूरा सम्मान प्रदान किया.

कर्नाटक में मोदी की रैली का जिक्र करते हुए रमेश ने दावा किया कि हाल ही में भाजपा में शामिल हुए जनार्दन रेड्डी और केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हैं. उन्होंने सवाल किया, ”प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार की जांच के घेरे में आए एक नेता को अपने मंत्रिमंडल में क्यों लिया?” उन्होंने बेंगलुरु-मैसूरु राजमार्ग परियोजना और राज्य को सूखा राहत उपायों के लिए सहायता जारी करने में कथित ‘देरी’ के बारे में भी सवाल उठाए.

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