जल जीवन मिशन के तहत 11 करोड़ नल कनेक्शन प्रदान करना ‘बड़ी उपलब्धि’: मोदी

नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘जल जीवन मिशन’ के तहत 11 करोड़ नल कनेक्शन प्रदान करने को एक ‘बड़ी उपलब्धि’ बताया और बुधवार को कहा कि यह दर्शाता है कि देश भर में लोगों को नल से जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर कितना काम किया गया.

मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘एक बड़ी उपलब्धि, जो संकेत देती है कि भारत के लोगों को ‘हर घर जल’ सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर कितना काम किया गया. उन सभी को बधाई, जो इस पहल से लाभान्वित हुए हैं. इस मिशन को सफल बनाने के लिए जमीन पर काम करने वालों को शुभकामनाएं.’’ प्रधानमंत्री ने जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही.

शेखावत ने कहा, ‘‘11 करोड़ नल कनेक्शन! हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण, मंत्रालय द्वारा जल जीवन मिशन के लिए निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए किए गए अथक प्रयास और जमीन पर हमारी टीम के प्रयासों ने इस मील के पत्थर को संभव बनाया है.’’ उन्होंने कहा कि 11 करोड़ घरों में अब स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित हो गया है और जीवन का यह ‘अमृत’ उनके दरवाजे तक पहुंच रहा है.

गौरतलब है कि जल जीवन मिशन की घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्­त 2019 को स्­वतंत्रता दिवस के अवसर पर की थी.
मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि जब इस मिशन की घोषणा हुई, उस वक्­त देश में 19.27 करोड़ ग्रामीण घरों में से केवल 3.23 करोड़ (17 प्रतिशत) घरों में ही नल से जल मुहैया हो रहा था लेकिन पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने के अभियान में अभूतपूर्व सफलता देखने को मिली है.

बयान में कहा गया, ‘‘इसी का नतीजा है कि अब 11 करोड़ घरों में नल से जल पहुंचने लगा है.’’ जल शक्ति मंत्रालय ने कहा कि देश में पांच राज्­य और तीन केन्­द्र शासित प्रदेशों ने 100 प्रतिशत हर घर नल से जल पहुंचाने में सफलता हासिल कर ली है. इन पांच राज्­यों में हरियाणा, गोवा, तेलंगाना, गुजरात और पंजाब शामिल हैं जबकि तीन केन्­द्र शासित प्रदेशों में अण्डमान-निकोबार द्वीप समूह, दमन दीव और दादर नागर हवेली और पुडुचेरी शामिल हैं.
इस योजना का उद्देश्य देश के आदिवासी क्षेत्रों सहित प्रत्येक ग्रामीण परिवार को वर्ष 2024 तक नल के जरिए से नियमित और दीर्घकालिक आधार पर निर्धारित गुणवत्ता की पर्याप्त मात्रा में पीने योग्य पानी उपलब्ध कराना है.

 

आज देश में युवाओं के लिए जितने नए अवसर हैं, वे अभूतपूर्व हैं: प्रधानमंत्री मोदी नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों का उल्लेख करते हुए बुधवार को कहा कि आज देश में युवाओं के लिए जितने नए अवसर हैं, वे अभूतपूर्व हैं.
इस साल गणतंत्र दिवस परेड समारोह में शामिल होने वाले राष्ट्रीय कैडेड कोर (एनसीसी) के कैडेट और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवकों और अन्य कलाकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र से लेकर पर्यावरण और जलवायु से जुड़ी चुनौतियों तक भारत आज पूरी दुनिया के भविष्य के लिए काम कर रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत का सबसे बड़ा लाभ युवाओं को होगा और इसके निर्माण की सबसे बड़ी जिम्मेदारी भी उनके ही कंधों पर है. मोदी ने कहा कि वे अमृत काल में देश की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिनिधित्व भी करते हैं.
उन्होंने स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों और मानवता के भविष्य पर भारत के ध्यान को नई प्रेरणा के रूप में उद्धृत किया और कहा, ‘‘एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), मशीन र्लिनंग और अन्य भविष्य की प्रौद्योगिकियों में देश सबसे आगे है.’’ उन्होंने खेलों और इस तरह की अन्य गतिविधियों के लिए मौजूद मजबूत प्रणाली का भी उल्लेख किया और कहा, ‘‘आपको इस सब का हिस्सा बनना होगा. आपको अनदेखी संभावनाओं की खोज करनी होगी, अनदेखे क्षेत्रों का पता लगाना होगा और अकल्पनीय समाधान खोजने होंगे.’’ प्रधानमंत्री ने युवाओं के बड़ी संख्या में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने को उत्साहजनक बताया और कहा कि एनसीसी और एनएसएस युवा पीढ़ी को राष्ट्रीय सरोकारों से जोड़ते हैं.
उन्होंने कहा कि इसलिए सरकार का भी निरंतर प्रयास रहा है कि वह इन संगठनों को प्रोत्साहित करे और इनका विस्तार करे.
मोदी ने कहा कि सीमावर्ती और तटीय क्षेत्रों में अलग-अलग चुनौतियां आती हैं और इसके लिए भी युवाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि जरूरत पड़ने पर वे ‘पहले प्रतिक्रिया देने वालों’ की भूमिका निभा सकें.
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों को जीवंत बनाने के लिए वहां के विकास को बढ़ावा दे रही है और वहां विभिन्न सुविधाएं सृजित कर रही है.
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य युवा आबादी को सशक्त बनाना और शिक्षा एवं रोजगार के लिए बेहतर रास्ते बनाना है ताकि लोग इन गांवों में लौट सकें.
मोदी ने युवाओं से ‘टीम भावना’ के साथ काम करने की सलाह दी और कहा कि सफलता हमेशा कई लोगों के प्रयासों से मिलती है.
जी-20 की भारत की अध्यक्षता का जिक्र करते हुए उन्होंने युवाओं से इसके बारे में पढ़ने और स्कूलों एवं कॉलेजों में आपस में चर्चा करने को कहा.
उन्होंने ‘‘स्वच्छ भारत’’ अभियान का उदाहरण देते हुए उनसे विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने का भी सुझाव दिया.

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