सिद्दरमैया ने गांधी का उद्धरण देते हुए कहा, ‘अंतरात्मा की अदालत, सभी अदालतों से ऊपर’

बेंगलुरु. मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) ‘घोटाले’ पर लोकायुक्त और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रहे कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने बुधवार को महात्मा गांधी का उद्धरण देते हुए कहा कि ”अंतरात्मा की अदालत”, सभी अदालतों से ऊपर है. उन्होंने कहा कि गांधी जी की भले ही हत्या कर दी गयी हो लेकिन उनके आदर्शों की हत्या नहीं की जा सकती, सच्चाई और अहिंसा को नहीं मारा जा सकता.

सिद्दरमैया ने कहा, ”महात्मा गांधी जी ने कहा था कि हमारी सभी अदालतों से ऊपर एक सर्वोच्च अदालत है और वह अंतरात्मा की अदालत है, यह बाकी सभी अदालतों से बढ.कर है…. कभी-कभी सभी को अदालतों से न्याय नहीं मिल पाता है, लेकिन मैं यह स्पष्ट रूप से कह सकता हूं, जैसा कि गांधी जी ने कहा था-जो अदालतें हम देखते हैं वे अंतरात्मा की इस अदालत से ऊपर नहीं हो सकतीं.” ‘गांधी स्मारक निधि’ द्वारा आयोजित गांधी जयंती के समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ”इसलिए हम सभी को अपने विवेक के अनुसार आचरण करने का प्रयास करना चाहिए, भले ही दूसरे इसे पसंद करें या नापसंद करें, चाहे वे विरोध करें या सराहना करें, लेकिन हमें अपने विवेक के अनुसार कार्य करने का प्रयास करना चाहिए.”

मुख्यमंत्री ने ये टिप्पणियां ऐसे वक्त में की है जब एमयूडीए भूखंड आवंटन मामले में अदालतों के निर्देश पर उनके खिलाफ लोकायुक्त और ईडी द्वारा जांच की जा रही है. सिद्दरमैया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसकी सरकार हमेशा संविधान के प्रति प्रतिबद्ध रही है. उन्होंने पांच गारंटी योजनाओं समेत उनकी सरकार के विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य कमजोर वर्गों को आर्थिक तथा सामाजिक ताकत देना है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति व्यवस्था को आसानी से खत्म नहीं किया जा सकता. गांधी ने जाति व्यवस्था और छूआछूत के खिलाफ लड़ाई लड़ी लेकिन अब भी कई स्थानों पर छूआछूत है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें भी आज याद किया. उन्होंने शास्त्री जी को देश के सबसे ईमानदार नेताओं में से एक बताया.

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