राहुल गांधी का यह दावा बेतुका है कि जातिगत सर्वेक्षण कांग्रेस के दबाव में किया गया: नीतीश कुमार

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का यह दावा ‘बेतुका’ है कि राज्य में जाति-आधारित सर्वेक्षण कांग्रेस के दबाव में किया गया था. राज्य के महागठबंधन से अलग होकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लौटने के तीन दिन बाद संवाददाताओं से बातचीत में जनता दल यूनाइटेड (जद यू) अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि विपक्षी गठबंधन को दिया गया नाम ‘इंडिया’ उन्हें पसंद नहीं था. बिहार के महागठबंधन में कांग्रेस भी एक घटक है.

कुमार ने कहा, ”उनका (राहुल) दावा बेतुका है कि राज्य में जातिगत सर्वेक्षण कांग्रेस के दबाव में किया गया था. हर कोई जानता है कि पहल केवल मैंने ही की थी. अब लोग श्रेय ले रहे हैं.” कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के तहत मंगलवार को पूर्णिया में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए दावा किया था कि ‘महागठबंधन’ के सहयोगियों के दबाव में जाति-आधारित सर्वेक्षण के बाद नीतीश खुद को घिरा हुआ महसूस कर रहे थे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ”एक तरह से उन्हें राहत” दे दी.

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर निधाना साधते हुए कुमार ने कहा, ”वे लोग (घटक दल) कुछ नहीं कर रहे थे… सीट बंटवारे पर भी कोई चर्चा नहीं हो रही थी. सच कहूं तो, इस गठबंधन को दिया गया नाम (इंडिया) मुझे बिल्कुल पंसद नहीं था. उन्होंने स्वयं निर्णय लिया. अब, मैं यहां (राजग) वापस आ गया हूं. अब कहीं औ जाने का सवाल नहीं उठता.”

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राजद नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के सवाल पर जदू (यू) प्रमुख ने कहा, ”जांच एजेंसी अपना काम कर रही है. उनके खिलाफ आरोप है…और ईडी उन मामलों की जांच कर रही है.” कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में पूछताछ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंचे.

केंद्रीय एजेंसी ने कथित ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव से आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी, जबकि इसी मामले में उनके पिता एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद से भी सोमवार को नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी.

तेजस्वी ने भी दावा किया था कि बिहार के मुख्यमंत्री को 10 लाख नौकरी का वादा पूरा करने की दिशा में काम करने को कहा था. इस पर कुमार ने कहा, ”यह भी बेतुका है. वह बस श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा लगता है मानो वह अपनी पीठ थपथपा रहे हों. लोग जानते हैं कि उन्होंने (राजद) क्या किया है. राजद के कार्यकाल में राज्य में कानून-व्यवस्था के हालात के बारे में सभी जानते हैं.” जद (यू) नेता ने राजद पर आरोप लगाया कि राज्य में उनकी पूर्ववर्ती सरकार ने कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा, ”जब मैं मुख्यमंत्री बना तो राज्य में विकास कार्य शुरू हुए.”

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