आरएसएस अब कह रहा है कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं है, लेकिन पहले उसने विरोध किया था: राहुल
दमन. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज कह रहा है कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं है, लेकिन पहले उसने आरक्षण का विरोध करने की बात कही थी. केंद्र शासित प्रदेश दमन तथा दीव और दादरा तथा नगर हवेली के दमन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि संघ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने नेताओं को देश का ”राजा” बनाने के लिए संविधान और विभिन्न संस्थानों को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ”संघ आज कह रहा है कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं है, लेकिन पहले उसने कहा था कि वह आरक्षण का विरोध करता है.” संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आज दिन में हैदराबाद में कहा था कि संगठन ने हमेशा संविधान के अनुसार आरक्षण का समर्थन किया है. गांधी ने कहा कि कांग्रेस और संघ-भाजपा के बीच लड़ाई वैचारिक है. उन्होंने संविधान की ”रक्षा” के लिए वोट मांगा.
कांग्रेस नेता ने कहा, ”संविधान ने नींव के रूप में काम किया है. वे संविधान को नष्ट करना चाहते हैं, वे लोकतंत्र और विभिन्न संस्थानों को नष्ट करना चाहते हैं, और संघ-भाजपा (नेताओं) को देश का राजा बनाना चाहते हैं.” उन्होंने कहा कि बुनियादी स्तर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-भाजपा की विचारधारा संविधान को नष्ट करने की है, जबकि कांग्रेस की इसकी रक्षा करने की है. गांधी ने कहा, ”(दोनों विचारधाराओं के बीच) मूलभूत स्तर पर अंतर यह है कि हम संविधान की रक्षा कर रहे हैं. दूसरी ओर, संघ और भाजपा का लक्ष्य संविधान को नष्ट करना है.”