रूस ने जेलेंस्की के दौरे के बाद यूक्रेन के जलमग्न शहर पर बमबारी की

खेरसॉन.रूस के बलों ने बांध टूटने से पानी में डूबे यूक्रेन के दक्षिणी शहर पर बृहस्पतिवार को बमबारी की जिससे कुछ बचाव कार्य को लंबित करना पड़ा. नुकसान का जायज.ा लेने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के क्षेत्र का दौरा करने के कुछ घंटों के बाद यह बमबारी की गई है.

कोखोव्का बांध के नष्ट होने के बाद कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य बेघर हो गए हैं तथा हजारों लोग बिना पेय जल के तंबुओं में रह रहे हैं. यूक्रेन के अधिकारियों ने रूस पर जानबूझकर बांध को तबाह करने का आरोप लगाया है, क्योंकि यह रूस के बलों वाले इलाके में स्थित था जबकि रूस ने बांध टूटने के लिए यूक्रेन की गोलाबारी को जिम्मेदार ठहराया है. यूक्रेन के गृह मंत्रालय के मुताबिक, खेरसॉन शहर में दोपहर के वक्त गोलाबारी की गई और गोले जहां गिरे उस स्थान के पास आपात स्थिति दल और स्वयंसेवक सहायता वितरित कर रहे थे. मंत्रालय ने बताया कि बमबारी में शहर से निकलने रास्ते प्रभावित हुए और इसमें आठ लोग जख्मी हुए हैं.

राष्ट्रपति जेलेंस्की के दौरे के कुछ घंटों के बाद की गई गोलाबारी के चलते बचाव कार्य को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है. मंत्रालय ने कहा कि बमबारी लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से निकालने के दौरान हुई. उसने कहा कि रूस ने अपने कब्जे वाले इलाके में आपदा से प्रभावित लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है और यूक्रेन को भी लोगों की जान बचाने से लगातार रोक रहा है. यह बांध नाइपर नदी पर बना था.

राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की बांध के टूटने से हुए नुकसान का मूल्यांकन करने के लिए बृहस्पतिवार को यूक्रेन के नियंत्रण वाले पश्चिम तट पर पहुंचे. यूक्रेन के नेता ने अपने ‘टेलीग्राम’ अकाउंट पर लिखा कि वह नागरिकों को निकालने के प्रयासों का आकलन करने में मदद कर रहे हैं.

उनके दफ्तर ने ऑनलाइन अपडेट में बताया कि सहायता वितरण केंद्र और चिकित्सा शिविर का दौरा करने के बाद जेलेंस्की ने यूक्रेन के अधिकारियों को आदेश दिया कि वे बाढ़ से हुए नुकसान की ह्ल उचित समीक्षाह्व कराएं और प्रभावित लोगों को मुआवज.ा देने के लिए एक योजना बनाएं. क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने पत्रकारों से कहा कि रूस के राष्ट्रपति की मॉस्को के कब्जे वाले बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है.

नोवा कखोव्का शहर के रूस द्वारा नियुक्त मेयर व्लादिमीर लियोन्तीव ने रूसी सरकारी टीवी को बृहस्पतिवार को बताया कि मंगलवार को बांध के टूटने के बाद लापता घोषित किए गए सात स्थानीय लोगों में से पांच की मौत हो गई है. रूस के नियंत्रण वाला यह शहर उस स्थान से पांच किलोमीटर दूर है जहां कखोव्का बांध टूटा है. उन्होंने कहा कि दो अन्य लोगों का पता लगा लिया गया है और उन्हें निकालने की कोशिश की जा रही है.

अधिकारियों ने बताया कि नाइपर नदी के पास रूस और यूक्रेन नियंत्रित इलाकों से छह हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा गया है तथा कई शहर और गांव पानी में डूब गए हैं. यह नदी लड़ाई का मोर्चा बनी हुई है. रूस के कब्जे वाले इलाकों में रूस की ओर से नियुक्त अधिकारियों ने बताया कि तकरीबन दो दर्जन लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जबकि 4280 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है तथा करीब 14000 इमारतों में पानी भर गया है.

क्षेत्रीय गवर्नर ऑलेक्ज.ेंडर प्रोकुदिन ने कहा कि बृहस्पतिवार सुबह क्षेत्र में बाढ़ का स्तर सामान्य से 5.6 मीटर ज्यादा था और क्षेत्र का करीब 600 वर्ग किलोमीटर का हिस्सा पानी में डूबा हुआ है जो रूसी नियंत्रण वाले पूर्वी तट का दो-तिहाई से ज्यादा हिस्सा है.
इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने ट्विटर पर कहा कि बांध को नष्ट करना एक ‘हमला’ है और ‘अत्याचारी कृत्य’ है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है. पेरिस ने कहा कि वह आपदा से विस्थापित हुए लोगों की मदद के लिए सहायता भेज रहा हैं जिसमें जल शोधक, पानी को शुद्ध करने वाली पांच लाख गोलियां और स्वच्छता किट शामिल है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button