संदेशखाली: लोगों पर अत्याचार के मामले में ममता बनर्जी ने पूर्ववर्ती वामपंथी सरकार को पीछे छोड़ा
नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को दावा किया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने पश्चिम बंगाल के लोगों पर अत्याचार के मामले में पूर्ववर्ती वामपंथी दलों की सरकार को पीछे छोड़ दिया है और लोकसभा चुनाव में जनता राज्य की सत्तारूढ. पार्टी को करारा जवाब देगी.
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य घटकों की आलोचना की और इस मामले पर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाए.
राष्ट्रीय राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में प्रसाद ने कहा,”संदेशखाली मुद्दा बहुत गंभीर होता जा रहा है. महिलाओं पर हमला, उनके साथ अमपानजनक व्यवहार और उनका यौन शोषण हमारे समाज और लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है.” भाजपा नेता ने राज्य में इस तरह की घटनाओं का बचाव करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की और उनकी एवं अन्य विपक्षी पार्टियों की अंतरात्मा पर सवाल उठाए.
उन्होंने कहा, ”जब ममता बनर्जी माकपा के अत्याचारों के खिलाफ (अतीत में) संघर्ष करती थीं और इसके खिलाफ अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठती थीं तब हम सभी उनके प्रशंसक बन गए थे और उनके संघर्ष की सराहना किए करते थे. ज्यादती और पुलिस दमन के मामले में मौजूदा सरकार ने तत्कालीन माकपा शासन को पीछे छोड़ दिया है.” उन्होंने कहा, ”यह शर्म की बात है. उनकी अंतरात्मा कहां है?”
प्रसाद ने कहा, ”ममता जी आपको जवाब देना होगा. ममता जी आपको इसकी कीमत चुकानी होगी. जनता आपको राजनीतिक जवाब देगी.” कोलकाता से लगभग 100 किलोमीटर दूर सुंदरबन की सीमाओं पर स्थित संदेशखाली इलाके में स्थानीय महिलाओं द्वारा फरार तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख शाहजहां और उनके समर्थकों पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
प्रसाद ने संदेशखाली मुद्दे पर नहीं बोलने के लिए कांग्रेस, आप, वाम दलों और ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य घटकों की निंदा की और कहा कि उनकी चुप्पी उनके ‘पाखंड और स्पष्ट दोहरे मापदंडों’ का सबूत है. उन्होंने पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा एक समाचार चैनल के संवाददाता की गिरफ्तारी की भी निंदा की.
भाजपा नेता ने चंडीगढ. महापौर चुनाव पर शीर्ष अदालत के फैसले का जिक्र करते हुए कहा, ”चंडीगढ. में एक घटना हुई. हम उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं. यह एक बंद अध्याय है. लेकिन सभी उस पर सुर से सुर मिलाकर भाषण दे रहे हैं. लेकिन वे सभी संदेशखाली में महिलाओं की गरिमा की लूट के मुद्दे पर चुप हैं.”
प्रसाद ने कहा, ”कल (मंगलवार) मैंने माकपा की एक नेत्री के वहां जाने की खबर सुनी. लेकिन माकपा ने न तो औपचारिक रूप से (संदेशखाली की कथित घटनाओं का) विरोध किया है और न ही इस मुद्दे पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी की है. हर मुद्दे पर बोलने वाले राहुल गांधी भी चुप हैं.” उन्होंने कहा, ”वे कहते हैं कि भाजपा अलोकतांत्रिक है…उनके अनुसार भाजपा शासन में लोग सुरक्षित नहीं हैं.
आज ममता बनर्जी के शासन में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. उन्हें पुलिस दमन का शिकार बनाया जा रहा है. और राहुल गांधी, सोनिया गांधी, अरविंद केजरीवाल, वामपंथी… वे सभी चुप हैं.” यह पूछे जाने पर कि क्या मौजूदा हालात के बीच भाजपा पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करेगी, प्रसाद ने कहा, ”हम कांग्रेस की तरह नहीं हैं. हम संविधान में विश्वास करते हैं और इसका पालन करते हैं.” उन्होंने कहा, ”लोकसभा चुनाव में जनता की प्रतिक्रिया देखिएगा. कई बार लोग वोट के जरिए भी राय व्यक्त करते हैं तो बहुत प्रभावी होती है.”
पुलिस महानिदेशक ने संदेशखाली का दौरा किया, पुलिस अधिकारियों के साथ की बैठक
पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली की स्थिति का जायजा लिया,जहां स्थानीय महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शाहजहां शेख और उसके समर्थकों पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन किया था.
संदेशखाली में विरोध शुरू होने के बाद पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार का यह पहला दौरा था. एक पुलिस सूत्र ने बताया कि वह दक्षिण बंगाल के अतिरिक्त महानिदेशक सुप्रतिम सरकार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संदेशखाली पुलिस थाने गए और वहां बैठक की.
राजीव कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ”पहले मुझे इलाके का दौरा करने दीजिए, उसके बाद ही मैं आपसे इस बारे में बात करूंगा.” संदेशखाली में जारी तनाव के दौरान पुलिस ने वहां अपनी मजबूत उपस्थिति बना रखी है क्योंकि वहां स्थिति को नियंत्रित करने में उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उसके समर्थकों पर यौन उत्पीड़न करने और जबरन जमीन हड़पने का आरोप लगाया था. पांच जनवरी को राशन घोटाले के सिलसिले में शाहजहां के परिसर की तलाशी लेने गए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर कथित तौर पर उसके समर्थकों ने हमला कर दिया था. उसके बाद से शाहजहां फरार चल रहा है.