सिंधिया ने राहुल और कांग्रेस पर निशाना साधा, विपक्षी दल ने किया पलटवार

मुख्य विपक्षी पार्टी के पास देश के खिलाफ काम करने वाले ‘देशद्रोहियों’ के अलावा कोई विचारधारा नहीं बची है: सिंधिया

नयी दिल्ली. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि मुख्य विपक्षी पार्टी के पास देश के खिलाफ काम करने वाले ‘देशद्रोहियों’ के अलावा कोई विचारधारा नहीं बची है. इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि जब सिंधिया राहुल गांधी और अपनी पुरानी पार्टी के नहीं हुए तो भला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के क्या होंगे.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सिंधिया ने मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद भी राहुल गांधी को ‘विशेष तवज्जो’ देने के लिए कांग्रेस पर हमला बोला और विपक्षी पार्टी पर न्यायपालिका पर दबाव बनाने व प्रासंगिक बने रहने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आरोप लगाया. सिंधिया ने राहुल गांधी पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि इस पार्टी ने पिछड़े वर्गों का अपमान किया है, सशस्त्र बलों की बहादुरी का सबूत मांगा है और चीन द्वारा सैनिकों को पीटे जाने के बारे में बात की है.

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के पास कोई विचारधारा नहीं बची है. इस कांग्रेस के पास अब केवल एक विचारधारा बची है जो देशद्रोही की है, एक विचारधारा जो देश के खिलाफ काम करती है.’’ कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा सिंधिया पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराए जाने के बाद कांग्रेस जो लड़ाई लड़ रही है वह पूरी तरह से लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है.

उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर कहा, ‘‘सिंधिया जी ऐसी बात करते हैं तो हंसी आती है. जो अपने आप को राजनीतिक रूप से प्रांसगिक बनाने के लिए पार्टी बदल ले, नजरें बदल ले, वह व्यक्ति हमें भाषण दे रहे हैं कि राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बनने के लिए क्या करना चाहिए.’’ खेड़ा का कहना था, ‘‘यह पूरी तरह से लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है. सिंधिया जी इस बात को नहीं समझेंगे, वह नए-नए भाजपा में गए हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम मोदी जी को दोस्ताना सलाह देंगे कि जिस व्यक्ति को राहुल गांधी और कांग्रेस ने इतना आगे बढ़ाया, वह जब कांग्रेस के नहीं हुए तो आप के क्या होंगे.’’ कांग्रेस नेता ने कटाक्ष किया, ‘‘जो व्यक्ति अपने आप को महाराज कहते हैं वह हमें ‘फर्स्ट क्लास सिटिजन’ कह रहे हैं. महाराज, हम तो संघर्ष करने वाले नागरिक हैं.’’

गौरतलब है कि लंबे समय तक कांग्रेस में रहे सिंधिया को कभी गांधी का करीबी सहयोगी माना जाता था. उन्होंने पार्टी नेतृत्व के साथ मतभेदों के बाद 2020 में अपने समर्थकों सहित कांग्रेस छोड़ दी थी. कई विधायकों के साथ वह भाजपा में शामिल हो गए थे. उनके इस कदम से मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई थी. बाद में शिवराज सिंह चौहान राज्य के मुख्यमंत्री बने.

सिंधिया ने दावा किया कि कांग्रेस राहुल गांधी की ‘व्यक्तिगत कानूनी लड़ाई’ को लोकतंत्र की लड़ाई के तौर पर पेश कर रही है. उन्होंने कहा कि वह लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने और निचले स्तर पर पहुंचने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग कांग्रेस के लिए ‘प्रथम श्रेणी के नागरिक’ हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक नेता ने दावा किया था कि गांधी परिवार पर सामान्य कानूनी प्रक्रिया लागू नहीं की जानी चाहिए.

सिंधिया जब हमारे नहीं हुए तो प्रधानमंत्री मोदी के क्या होंगे: कांग्रेस

कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा किए गए प्रहार पर पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि जो सिंधिया राहुल गांधी और अपनी पुरानी पार्टी के नहीं हुए, वह भला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के क्या होंगे. पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराए जाने के बाद कांग्रेस जो लड़ाई लड़ रही है वह पूरी तरह से लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है.

उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर कहा, ‘‘सिंधिया जी ऐसी बात करते हैं तो हंसी आती है. जो अपने आप को राजनीतिक रूप से प्रांसगिक बनाने के लिए पार्टी बदल ले, नजरें बदल ले, वह व्यक्ति हमें भाषण दे रहे हैं कि राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बनने के लिए क्या करना चाहिए.’’ खेड़ा का कहना था, ‘‘यह पूरी तरह से लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है. सिंधिया जी इस बात को नहीं समझेंगे, वह नए-नए भाजपा में गए हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम मोदी जी को दोस्ताना सलाह देंगे कि जिस व्यक्ति को राहुल गांधी और कांग्रेस ने इतना आगे बढ़ाया, वह जब कांग्रेस के नहीं हुए तो आप के क्या होंगे.’’ कांग्रेस नेता ने कटाक्ष किया, ‘‘जो व्यक्ति अपने आप को महाराज कहते हैं वह हमें ‘फर्स्ट क्लास सिटिजन’ कह रहे हैं. महाराज, हम तो संघर्ष करने वाले नागरिक हैं.’’

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