हड़ताल से सेल, आरआईएनएल और एनएमडीसी संयंत्रों में उत्पादन प्रभावित

नयी दिल्ली. सार्वजनिक स्वामित्व वाले उपक्रमों सेल, आरआईएनएल और एनएमडीसी के करीब 35,000 कर्मचारियों के देशव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन भी मंगलवार को काम पर नहीं आने से इनके संयंत्रों में उत्पादन प्रभावित हुआ है। एनएमडीसी संयुक्त खदान मजदूर संघ के सचिव राजेश संधू ने कहा कि गैर-कार्यकारी स्तर के सभी कर्मचारियों ने हड़ताल में शामिल होने के लिए काम का बहिष्कार किया है। उन्होंने कहा कि दो दिनों की इस हड़ताल से एनएमडीसी को करीब 200 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।

लौह अयस्क खनन कंपनी एनएमडीसी की मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना स्थित खदानों एवं कार्यालयों में तैनात 10,000 से अधिक कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हुए हैं। इस्पात संयंत्र कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जे अयोध्या राम ने बताया कि आरआईएनएल के विशाखापटनम संयंत्र में लगातार दूसरे दिन भी उत्पादन कर्मचारियों की अनुपस्थिति से प्रभावित हुआ है।

राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) के कुल 11,000 में से करीब 8,000 कर्मचारी केंद्रीय श्रमिक संगठनों की बुलाई हड़ताल में शिरकत कर रहे हैं। इसी तरह भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) के भी छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम बंगाल स्थित संयंत्रों में कार्यरत करीब 15,000 कर्मचारी काम पर हाजिर नहीं हुए। सेल के भिलाई संयंत्र के एक कर्मचारी नेता ने बताया कि उत्पादन से जुड़े अहम कार्यों को अंजाम देने वाले कर्मचारियों के नहीं आने से उत्पादन पर असर पड़ा है। देश के दस प्रमुख श्रमिक संगठनों ने सरकार की नीतियों के विरोध में इस दो-दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया है।

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