स्वीडन ने नाटो में शामिल होने के अनुरोध पर हस्ताक्षर किये, फिनलैंड की संसद ने भी किया अनुमोदन
स्टाकहोम/अंकारा/लंदन. फिनलैंड की संसद ने इस देश की सरकार के नाटो में शामिल होने के प्रस्ताव को जबरदस्त समर्थन दिया है. मंगलवार को 200 सदस्यीय सदन में 8 के मुकाबले 188 सदस्यों ने पश्चिमी देशों के 30 सदस्यीय सैन्य संगठन की सदस्यता के लिए मतदान किया. इस मतदान को औपचारिकता माना जा रहा है क्योंकि फिनलैंड के राष्ट्रपति साउली नीनिस्तो और प्रधानमंत्री साना मरीन रविवार को ही इस बाबत अपना इरादा जता चुके थे.
फिनलैंड अब औपचारिक आवेदन पर हस्ताक्षर कर आने वाले कुछ दिन में स्वीडन के साथ इसे नाटो मुख्यालय में जमा कर सकता है. स्वीडन की सरकार ने भी सोमवार को नाटो में शामिल होने के विचार की घोषणा की थी. नाटो के अधिकतर सदस्य देश जल्द से जल्द दोनों देशों का स्वागत करने को उत्सुक हैं, वहीं तुर्की ने यह कहकर मामले को उलझा दिया है कि वह निर्वासित कुर्दिश उग्रवादियों के खिलाफ उनकी कथित उदासीनता को देखते हुए उनकी सदस्यता का समर्थन नहीं कर सकता.
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने सोमवार को स्वीडन और फिनलैंड के नाटो में शामिल किए जाने के आग्रह पर आपत्ति जताते हुए दोनों देशों पर आरोप लगाया कि उन्होंने कुर्दिश उग्रवादियों और अन्य उन समूहों पर ‘स्पष्ट’ रूख नहीं अपनाया जिन्हें तुर्की आतंकवादी मानता है.
तुर्की के नेता ने नाटो में शामिल होने के स्वीडन और फिनलैंड के कदम का विरोध किया
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन से संबद्ध एक राष्ट्रवादी पार्टी के नेता ने यह ंिचता जताई है कि स्वीडन और फिनलैंड को शामिल करने के लिए उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का विस्तार रूस को उकसाएगा तथा यूक्रेन में युद्ध को और भड़काएगा.
नेशनलिस्ट एक्शन पार्टी के नेता डेवलेट बाहेसेली ने मंगलवार को अपनी पार्टी के सांसदों से कहा कि दोनों देशों (स्वीडन और फिनलैंड) के लिए सर्वाधिक तार्किक विकल्प खुद को ‘नाटो के प्रतीक्षा कक्ष में रखना होगा. ’’
उन्होंने कहा कि नाटो में स्वीडन और फिनलैंड के प्रवेश का मतलब यूक्रेन में युद्ध को और लंबा खींचना तथा यहां तक कि इसका भोगौलिक विस्तार करना होगा. बाहेसेली का यह बयान, एर्दोआन के यह कहने के एक दिन बाद आया है कि स्वीडन और फिनलैंड को नाटो में प्रवेश नहीं देना चाहिए. बाहेसेली ने अपने बयान में दोनों देशों पर कुर्द चरमपंथियों को सहायता देने और उन्हें उकसाने का आरोप भी लगाया गया है.
स्वीडन, फिनलैंड के नाटो का सदस्य बनने के फैसले का ‘पुरजोर समर्थन’ करते हैं : ब्रिटेन
ब्रिटेन सरकार ने कहा है कि वह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के विस्तार का ‘पुरजोर समर्थन’ करती है, क्योंकि स्वीडन और फिनलैंड ने सैन्य गठबंधन की सदस्यता के लिए आवेदन करने के अपने इरादे की पुष्टि की है. ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस ने सोमवार को कहा कि दोनों देशों को नाटो में शामिल किया जाना चाहिए, जो सामूहिक रक्षा आधार पर संचालित होता है, जिसके तहत किसी एक सहयोगी के खिलाफ हमले को सभी सहयोगियों के खिलाफ हमला माना जाता है. उन्होंने कहा ”ब्रिटेन नाटो की सदस्यता के लिये फिनलैंड और स्वीडन के आवेदनों का पुरजोर समर्थन करता है. उन्हें जल्द से जल्द गठबंधन में शामिल किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘ हम उनके साथ नए नाटो सहयोगियों के रूप में काम करने के लिए तत्पर हैं. पूरी प्रक्रिया के दौरान उन्हें हम अपनी तरफ से हर तरह की सहायता की पेशकश करने के लिए तैयार हैं. पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा स्वीडन और फिनलैंड के साथ हस्ताक्षरित हमारी पारस्परिक सुरक्षा घोषणाएं इस प्रक्रिया के दौरान और उससे इतर दोनों देशों के लिए हमारी दृढ़ और स्पष्ट प्रतिबद्धता को प्रर्दिशत करती हैं. ’’