तपन कुमार डेका खुफिया ब्यूरो के प्रमुख नियुक्त, रॉ प्रमुख सामंत गोयल का कार्यकाल बढ़ा

नयी दिल्ली. भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी तपन कुमार डेका को शुक्रवार को खुफिया ब्यूरो (आईबी) का प्रमुख नियुक्त किया गया. वहीं, गुप्तचर एजेंसी ‘रिसर्च एंड एनालिसिस ंिवग’ (रॉ) प्रमुख सामंत गोयल का कार्यकाल और एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है. डेका मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमलों (26/11) के दौरान जवाबी हमले के प्रभारी रहे थे और उस दौरान उन्होंने ‘संकट मोचक’ की भूमिका निभाई थी.

कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी एक आधिकारिक आदेश के मुताबिक, डेका दो साल के लिए आईबी के प्रमुख नियुक्त किये गये हैं. वह फिलहाल आईबी की अभियान शाखा की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. डेका हिमाचल प्रदेश कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वह अरंिवद कुमार की जगह लेंगे, जिनका विस्तारित कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है. कुमार को पिछले साल एक वर्ष का सेवा विस्तार दिया गया था.

हालांकि, आईबी में विशेष निदेशक एवं 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी ए एस राजन, जिन्हें डेका ने आईबी प्रमुख के पद की दौड़ में पीछे छोड़ (सुपरसीड)दिया है, उनके नये पदस्थापन या पदोन्नति के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है. उनका सेवाकाल अगले साल फरवरी तक है.

एक अन्य विशेष निदेशक स्वागत दास को केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) के तौर पर पदस्थापित किया गया है.
कार्मिक मंत्रालय ने एक अन्य आदेश में कहा कि ‘रॉ’ का नेतृत्व कर रहे सामंत गोयल का कार्यकाल और एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है. इसके साथ ही गोयल रॉ के ऐसे तीसरे प्रमुख हो गये हैं, जिन्हें तीन साल से अधिक समय का कार्यकाल मिला है.

उनसे पहले, रॉ के संस्थापक प्रमुख आर. एन. काव ने नौ साल एजेंसी में सेवा दी थी. उनके बाद एन एफ सुप्तनूक का स्थान है, जो इस पद पर छह साल रहे थे. डेका, अभियान मामलों के विशेषज्ञ माने जाते हैं, खासतौर पर कश्मीर और पूर्वोत्तर में. वह वर्तमान में आईबी की अभियान शाखा के प्रमुख हैं, जिसमें वह दो दशक से अधिक समय से सेवा दे रहे हैं. उनके पास आतंकवादियों और इस्लामी कट्टरपंथियों के बारे में लंबा अनुभव है तथा उन्होंने आतंकी समूह इंडियन मुजाहिदीन के खिलाफ अभियानों का नेतृत्व किया था.

असम से ताल्लुक रखने वाले डेका को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनके (डेका के) गृह राज्य में अशांत स्थिति से निपटने के लिए भेजा था, जो 2019 में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसा होने के कारण उत्पन्न हुई थी. वहीं, पंजाब कैडर के 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी गोयल को 2019 में पहली बार रॉ प्रमुख नियुक्त किया गया था. उनका कार्यकाल 2021 में एक साल के लिए बढ़ाया गया था और अब फिर से एक साल बढ़ा दिया गया है. समझा जाता है कि पाकिस्तान के बालाकोट में 2019 में किये गये र्सिजकल हवाई हमलों की योजना बनाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसके अलावा, गोयल कश्मीर में स्थिति के विशेषज्ञ भी माने जाते हैं.

Related Articles

Back to top button