शिक्षिका ने पांचवीं कक्षा की छात्रा पर कैंची से हमला किया, उसे पहली मंजिल से नीचे फेंका, निलंबित

नयी दिल्ली. दिल्ली में एक शिक्षिका ने पांचवीं कक्षा की छात्रा पर कथित तौर पर कैंची से हमला किया और फिर उसे स्कूल भवन की पहली मंजिल से नीचे फेंका दिया. दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि आरोपी शिक्षिका को हिरासत में ले लिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि घायल छात्रा का इलाज हिंदू राव अस्पताल में किया जा रहा है और उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. दिल्ली नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तत्काल प्रभाव से आरोपी शिक्षिका को निलंबित कर दिया है और आगे की जांच की जा रही है.

इस घटना के बाद मध्य दिल्ली के मॉडल बस्ती इलाके में स्थित प्राथमिक विद्यालय में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्र हो गई. अधिकारियों ने कहा कि पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में किया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी शिक्षिका की पहचान गीता देशवाल के रूप में हुई है, जिसने छात्रा पर एक कैंची से हमला किया और फिर उसे पहली मंजिल से नीचे फेंक दिया. अधिकारी ने बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है.

पुलिस उपायुक्त (मध्य) श्वेता चौहान ने कहा कि प्रत्यक्षर्दिशयों के बयान के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आरोपी शिक्षिका को हिरासत में ले लिया गया है. चौहान ने कहा कि घायल छात्रा को हिंदू राव अस्पताल में भर्ती कराया गया है और सीटी स्कैन समेत उसकी सभी जरूरी जांच की गई है, छात्रा सुरक्षित है और उसकी हालत स्थिर है.

बाद में कई विद्यार्थियों के माता-पिता ने विद्यालय के बाहर विरोध दर्ज कराया. कक्षा में विद्यार्थियो के बैग और किताबें बिखरी हुई थीं, क्योंकि शिक्षिका ने उनमें से कुछ विद्यार्थियों को कथित तौर पर नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी, जिसके कारण वे डरकर कक्षा से भाग गये थे. पीड़ित छात्रा की मां को जब पता चला कि उसकी बेटी को स्कूल भवन की पहली मंजिल से नीचे फेंक दिया गया है, तो वह गम में डूब गई और आंखों से आंसू छलकने लगे.

पीड़ित छात्रा की मां को सांत्वना दे रही एक अन्य महिला ने कहा, ‘‘इस शिक्षिका को उसके कृत्य के लिए कठोर दंड दिया जाना चाहिए. हमारे बच्चों को केवल इसलिए नहीं नुकसान पहुंचाया जा सकता कि हम गरीब पृष्ठभूमि से आते हैं.’’ पीड़ित छात्रा के अन्य सहपाठियों ने आरोप लगाया कि शिक्षिका ने कुछ और विद्यार्थियों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी.

कक्षा पांच के एक अन्य विद्यार्थी के पिता ने आरोप लगाया कि प्रधानाध्यापक ने इस घटना के बारे में बच्चों के माता-पिता से कोई बात तक नहीं की. उन्होंने एमसीडी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली पर सवाल उठाये. उन्होंने पूछा, ‘‘क्या इसी तरीके से विद्यालय बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं, पीटकर और कैंची से नुकसान पहुंचाकर. क्या हम बच्चों को स्कूल इसीलिए भेजते हैं. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.’’

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